पुलिस कर्मियों को स्पोर्ट्स में आगे लाया जाए : गौरव यादव

जालंधर, 15 फरवरी . नेशनल घुड़सवारी चैंपियनशिप-2025 (टैंट पेगिंग) पीएपी कैंपस में आज करवाई गई.

इस प्रोग्राम को लेकर जालंधर, पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि घुड़सवारी में 15 टीमों में 150 घुड़सवारों ने भाग लिया. उन्होंने कहा कि खेल भावना को ध्यान में रखते हुए ग्लोरियस ट्रेडिशन को पंजाब पुलिस कायम रखेंगी और नए आयाम तय करेगी. वहीं गौरव यादव ने कहा कि अलग-अलग स्टेट की पुलिस के भाग लेने से स्पोर्ट्स के जरिए अच्छा तालमेल बनाने में मदद मिलती है.

पंजाब पुलिस की क्रिकेट टीम को लेकर डीजीपी ने कहा कि उसे भी होस्ट किया जा रहा है. ऐसे में वह चाहते है पुलिस कर्मियों को स्पोर्ट्स में आगे लाया जाए. 9 मार्च में कबड्डी कलस्टर शुरू होगा. वहीं अमेरिका से डिपोर्ट हो रहे भारतीय यात्रियों के सवाल पर डीजीपी गौरव यादव ने दूरी बनाए रखी और कहा कि वह इस पर कोई बात नहीं करना चाहते.

बता दें कि इस चैंपियनशिप में देश के विभिन्न हिस्सों से प्रांतीय पुलिस की घुड़सवारी टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें सेना, अर्धसैनिक बलों की टीमों के अलावा कुछ निजी क्लबों की कुल 15 टीमें शामिल हुई. डीआईजी इंदरबीर सिंह के नेतृत्व में पंजाब पुलिस की घुड़सवारी टीम ने भी अपने 20 एथलीटों के साथ इस चैंपियनशिप में भाग लिया.

इस बार दिलचस्प और अनोखी बात यह थी कि पंजाब पुलिस में पहली बार आईपीएस अधिकारियों ने राष्ट्रीय घुड़सवारी चैम्पियनशिप में भाग लिया. इस चैंपियनशिप के दौरान प्रतियोगिताओं के संचालन और मूल्यांकन के लिए भारतीय घुड़सवारी संघ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ज्यूरी सदस्यों को नियुक्त किया गया है. इस चैंपियनशिप में 2 अलग-अलग टीमों में 15 से 20 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने भी हिस्सा लिया. एडीजीपी एम एफ फारूकी ने कहा कि पीएपी में यह घुड़सवारी तीसरी बार करवाई गई. इससे पहले 2016 और 2017 में पीएपी में नेशनल घुड़सवारी चैंपियनशिप (टैंट पेगिंग) का आयोजन किया गया था.

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