
उदयपुर .उदयपुर के सरकारी एमबी हॉस्पिटल से एक महिला द्वारा 11 दिन के नवजात को चुराने के पीछे के स्पष्ट कारणों का पुलिस 3 दिन बाद भी पता नहीं लगा पाई. उदयपुर के सरकारी एमबी हॉस्पिटल से एक महिला द्वारा 11 दिन के नवजात को चुराने के पीछे के स्पष्ट कारणों का पुलिस 3 दिन बाद भी पता नहीं लगा पाई. पुलिस इस वक्त कई सवालों के घेरे में है. इसके उनके पास स्पष्ट जबाव नहीं है. पहला सवाल तो ये है कि एमबी हॉस्पिटल से बच्चा चुराने के बाद आरोपी महिला अनीता खराड़ी 5 किमी दूर जेके पारस जैसे बड़े हॉस्पिटल में ही क्यों भर्ती हुई. जबकि रास्ते में कई निजी हॉस्पिटल हैं और ये महिला आर्थिक रूप से उतनी सक्षम भी नहीं है. पुलिस बोल रही है कि महिला बच्चे को चुराने के बाद पैदल ही जेके पारस पहुंची. अब सवाल ये उठता है कि क्या वाकई महिला पैदल पहुंची या फिर उसे पहुंचाने में किसी बड़े बच्चा चोर गिरोह का हाथ है.
बच्चा चोर महिला जेके पारस हॉस्पिटल में तुंरत भर्ती भी हो गई. पुलिस अभी तक जेके पारस हॉस्पिटल या आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज से यह पहचान नहीं कर पाई कि भर्ती दौरान बच्चा चोर महिला अकेली ही थी या फिर उसके साथ कोई और भी था. हालांकि फिलहाल पुलिस के पास इन सवालों के फिलहाल स्पष्ट जबाव नहीं है.