संभाजीनगर, 23 मार्च . महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर विवाद चल रहा है. इस बीच छत्रपति संभाजीराजे शौर्य प्रतिष्ठान ने औरंगजेब की कब्र पर ताला लगाने की चेतावनी दी.
इसके बाद बालराजे आवारे मुंबई से खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र पर ताला लगाने के इरादे से निकले थे. हालांकि, पुलिस ने उन्हें समृद्धि राजमार्ग पर अजंता इंटरचेंज के पास रोक दिया और छत्रपति संभाजी नगर जिले से बाहर भेज दिया.
पुलिस ने उन्हें नोटिस भी जारी किया, इसके बावजूद आवारे छत्रपति संभाजी नगर शहर की सड़कों पर घूमते नजर आए. पुलिस ने उन्हें कार से उतारा और हिरासत में ले लिया. बालराजे आवारे ने कहा कि हम कब्र पर ताला लगाकर ही रहेंगे, जिससे उनकी मंशा साफ हो गई.
इस बीच, प्रशासन ने कब्र की सुरक्षा और बढ़ा दी है. अब कब्र के चारों ओर सुरक्षा दीवार पर कंटीले तार लगा दिए गए हैं, ताकि कोई अनधिकृत व्यक्ति वहां न पहुंच सके. पुलिस और प्रशासन ने इस मामले में किसी भी तरह की अशांति को रोकने की पूरी तैयारी की है.
बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग जोर पकड़ रही है. इस मांग को लेकर पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. नागपुर में भी विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसा हो गई थी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि नागपुर हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों से कराई जाएगी और अगर वे भुगतान नहीं करते, तो उनकी संपत्ति जब्त कर बेची जाएगी.
सीएम फडणवीस ने जानकारी दी थी कि हिंसा में शामिल 104 लोगों को पकड़ा गया है, इनमें से 92 गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि शेष नाबालिग हैं. दंगाइयों की पहचान सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए की जा रही है और अंतिम आरोपी की गिरफ्तारी तक कार्रवाई जारी रहेगी.
उन्होंने कहा था कि हिंसा औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र जलाने के बाद फैली. इसके बाद सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाई गईं कि एक चादर जलाई गई थी, जिस पर कुरान की आयतें लिखी थीं, लेकिन यह पूरी तरह झूठ था. उन्होंने ऐलान किया था कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वालों को भी आरोपी बनाया जाएगा. इसके साथ ही बांग्लादेशी कनेक्शन की जांच भी की जाएगी, हालांकि इस पर फिलहाल कुछ कहना जल्दबाजी होगी.
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एफजेड/