पीएम नरेंद्र मोदी ने कुवैत के क्राउन प्रिंस के साथ द्विपक्षीय बैठक की, अहम मुद्दों पर हुई बात

न्यूयॉर्क, 23 सितंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को न्यूयॉर्क में भारतीय लोगों को संबोधित करने के बाद कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा खालिद अल-हमद अल-सबाह से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच भारत और कुवैत के ऐतिहासिक संबंधों और लोगों के बीच संपर्क को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई.

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा खालिद अल-हमद अल-सबाह से के साथ बातचीत बहुत उपयोगी रही. हमने फार्मा, खाद्य प्रसंस्करण, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में भारत-कुवैत संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने पर चर्चा की.”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यूएनजीए से इतर कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा खालिद अल-हमद अल-मुबारक अल-सबाह से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और हमारे ऐतिहासिक संबंधों तथा लोगों के बीच मजबूत संपर्क को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.”

नेताओं ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि भारत-कुवैत ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा जरूरतों के संबंध में एक-दूसरे को सहयोग दे रहे हैं.

विदेश मंत्रालय ने कहा, “उन्होंने दोनों देशों के पारस्परिक लाभ के लिए द्विपक्षीय संबंधों को गहरा और विविधतापूर्ण बनाने के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त की. पीएम मोदी ने कुवैत में भारतीय समुदाय की भलाई सुनिश्चित करने के लिए क्राउन प्रिंस को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के नेतृत्व के बीच बैठक से भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नई गति मिलने की उम्मीद है.”

विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और कुवैत के बीच बहुत पुराने और मित्रवत संबंध हैं. ये संबंध इतिहास में जड़े हुए हैं और समय के साथ-साथ मजबूत होते जा रहे हैं.

भारत कुवैत का स्वाभाविक व्यापारिक साझेदार रहा है और 1961 तक कुवैत में भारतीय रुपया वैध मुद्रा थी. दोनों देशों के बीच 60 वर्षों से अधिक समय से राजनयिक संबंध हैं.

इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी. दोनों नेताओं ने सदियों पुरानी, ​​बहुआयामी और विस्तारित भारत-नेपाल साझेदारी के सभी क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए आपसी हितों के मामलों पर चर्चा की.

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