नई दिल्ली, 30 अप्रैल . प्रधानमंत्री 1 और 2 मई को महाराष्ट्र, केरल और आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी मुंबई में विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) का उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा, केरल में एक समुद्री परियोजना ‘विझिनजाम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह’ राष्ट्र को समर्पित करेंगे. साथ ही आंध्र प्रदेश में कई सड़क और रेल परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखेंगे.
जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 मई को मुंबई जाएंगे और सुबह करीब 10:30 बजे विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद वे केरल जाएंगे और 2 मई को सुबह करीब 10:30 बजे विझिनजाम इंटरनेशनल डीप वाटर मल्टीपर्पज बंदरगाह राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस अवसर पर वे यहां उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे.
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी आंध्र प्रदेश जाएंगे और दोपहर करीब 3:30 बजे अमरावती में 58,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. वे यहां एक समारोह को भी संबोधित करेंगे.
मुंबई में चार दिवसीय वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट भारत को मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल इनोवेशन का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए आयोजित किया जा रहा है. इसकी थीम “कनेक्टिंग क्रिएटर्स, कनेक्टिंग कंट्रीज” पर आधारित है, जिसमें दुनिया भर के क्रिएटर्स, स्टार्टअप्स, उद्योग जगत के लीडर और नीति निर्माताओं को एक साथ लाया जाएगा. वेव्स में फिल्म, ओटीटी, गेमिंग, कॉमिक्स, डिजिटल मीडिया, एआई, एवीजीसी-एक्सआर और ब्रॉडकास्टिंग जैसे क्षेत्र शामिल होंगे. वेव्स का लक्ष्य 2029 तक 50 बिलियन डॉलर का बाजार खोलना है. यह पहली बार ग्लोबल मीडिया डायलॉग (जीएमडी) की मेजबानी करेगा, जिसमें 25 देशों के मंत्री शामिल होंगे.
प्रधानमंत्री क्रिएटोस्फीयर का दौरा करेंगे और एक साल पहले 32 क्रिएट इन इंडिया चैलेंज से चुने गए क्रिएटर्स से बातचीत करेंगे, वे भारत पैवेलियन का भी दौरा करेंगे.
प्रधानमंत्री केरल दौरे पर 8,900 करोड़ रुपये की लागत वाले इंटरनेशनल डीप वाटर मल्टीपर्पज बंदरगाह को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और वे यहां जनसभा को संबोधित करेंगे. यह देश का पहला समर्पित कंटेनर ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह है, जो विकसित भारत के दृष्टिकोण के तहत समुद्री क्षेत्र में प्रगति का प्रतीक है.
यह पोर्ट रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है और वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा. यह लॉजिस्टिक्स दक्षता बढ़ाएगा और विदेशी पोर्ट पर निर्भरता कम करेगा. दुनिया के सबसे व्यस्त समुद्री व्यापार मार्गों में से एक के पास स्थित होने से वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति और मजबूत होती है.
इसके साथ ही पीएम मोदी अपने आंध्र प्रदेश दौरे के दौरान अमरावती में 58,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री विश्व-स्तरीय बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तहत सात राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इनमें राजमार्गों का चौड़ीकरण, पुलों और सबवे का निर्माण शामिल है.
ये परियोजनाएं सड़क सुरक्षा बढ़ाएंगी, रोजगार के अवसर पैदा करेंगी और तिरुपति, श्रीकालहस्ती, मालाकोंडा और उदयगिरी किले जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी.
पीएम मोदी कनेक्टिविटी बढ़ाने और क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्र को रेलवे परियोजनाएं भी समर्पित करेंगे. ये परियोजनाएं बुग्गनपल्ले सीमेंट नाले के बीच रेल लाइन का दोहरीकरण हैं. इसके अलावा, वह छह राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और एक रेलवे परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे. इन परियोजनाओं में राष्ट्रीय राजमार्गों के विभिन्न खंडों का चौड़ीकरण, एलिवेटेड कॉरिडोर, हाफ क्लोवर लीफ और रोड ओवर ब्रिज का निर्माण शामिल है.
प्रधानमंत्री कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे, जिनमें विधानसभा, उच्च न्यायालय, सचिवालय, अन्य प्रशासनिक भवन और 5,200 से अधिक परिवारों के लिए आवास भवन शामिल हैं. इसकी लागत 11,240 करोड़ रुपये से अधिक है. साथ ही वह आंध्र प्रदेश के नागयालंका में लगभग 1,460 करोड़ रुपये की लागत वाली मिसाइल टेस्ट रेंज की आधारशिला भी रखेंगे. इसमें एक लॉन्च सेंटर, तकनीकी उपकरण सुविधाएं, स्वदेशी रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम शामिल होंगे.
इतना ही नहीं, वह विशाखापत्तनम के मधुरवाड़ा में ‘पीएम एकता मॉल’ की आधारशिला रखेंगे. इसे राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने, मेक इन इंडिया पहल का समर्थन करने, वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से देखा जा रहा है.
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एफएम/केआर