‘सपा वाले आंकड़ा सुन अपनी साइकिल लेकर भाग जाएंगे’, योजनाओं को लेकर पीएम मोदी का हमला

वाराणसी, 2 अगस्त . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘पीएम-किसान सम्मान निधि’ की 20वीं किस्त जारी करते हुए पहले की सरकारों पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में किसानों के नाम पर एक घोषणा का पूरा होना भी मुश्किल होता था, लेकिन भाजपा सरकार जो कहती है वह करके दिखाती है. ‘पीएम-किसान सम्मान निधि’ हमारी सरकार के पक्के इरादों का उदाहरण बन चुकी है.

वाराणसी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब 2019 में किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत हुई, तब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस जैसे विकास विरोधी दल अफवाहें फैला रहे थे. उन्होंने कहा, “यह दल लोगों को गुमराह कर रहे थे और किसानों को उलझन में डाल रहे थे. कोई कहता था कि यह (पीएम मोदी) भले योजना लाए, लेकिन जैसे ही 2019 का चुनाव जाएगा, यह सब बंद हो जाएगा. यही नहीं, पीएम मोदी ने जो पैसा जमा किया है, वह भी वापस निकाल लेंगे.”

उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, “यही देश का दुर्भाग्य है कि निशाना की गर्त में डूबे विरोधी मानसिकता वाले लोग ऐसी झूठी सच्चाई को लेकर जी रहे हैं. यह सिर्फ किसानों और देश के लोगों से झूठ बोल सकते हैं. क्या इतने सालों में एक भी किसान सम्मान निधि की किस्त बंद हुई? आज तक किसान सम्मान निधि की किस्त बिना ब्रेक जारी है और पौने 4 लाख करोड़ रुपए किसानों के खातों में भेजे जा चुके हैं. सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही किसानों को 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा भेजे गए हैं.”

प्रधानमंत्री ने ‘फसल बीमा योजना’ का भी उदाहरण दिया. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत बीमा के माध्यम से अब तक पौने 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का क्लेम किसानों को दिया जा चुका है.

उन्होंने कहा कि कृषि अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर सरकार का जोर है. हम लखपति दीदी अभियान चला रहे हैं. हमारा लक्ष्य देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है. इसी बीच, प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समाजवादी पार्टी वाले आंकड़ा सुनकर ही साइकिल लेकर भाग जाएंगे.

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Saturday को वाराणसी में 2200 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इसी कार्यक्रम स्थल से उन्होंने देशभर के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 20,500 करोड़ रुपए से अधिक की राशि हस्तांतरित की.

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