नई दिल्ली, 5 जुलाई . पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार (भारतीय समयानुसार) को दो दिवसीय दौरे के लिए अर्जेंटीना पहुंचे. प्रधानमंत्री पांच जुलाई को अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे. दोनों देशों के बीच डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग, स्पेस सेक्टर, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी. इसके अलावा, पीएम भारतीय मूल के लोगों को भी संबोधित करेंगे.
पीएम मोदी की अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर के साथ द्विपक्षीय बातचीत में रक्षा, ऊर्जा, कृषि, खनिज, व्यापार, आतंकवाद विरोध, खनिज और डिजिटल सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी. प्रधानमंत्री अर्जेंटीना के व्यापार मंत्री, विदेश मंत्री और ऊर्जा मंत्री के साथ बैठक करने के अलावा लिथियम और लिक्विड नेचुरल गैस की सप्लाई जैसे मुद्दों पर समझौता कर सकते हैं.
भारत की खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड (केएबीआईएल) ने पहले ही अर्जेंटीना के कैटामार्का प्रांत में लिथियम की खुदाई के अधिकार हासिल कर लिए हैं. ऐसे में अब इस क्षेत्र में नई घोषणाओं की उम्मीद की जा रही है.
5 जुलाई को पीएम मोदी भारत-अर्जेंटीना बिजनेस समिट 2025 में हिस्सा लेने के अलावा महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे. साल 2024 में भारत-अर्जेंटीना के बीच द्विपक्षीय व्यापार 5.2 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है. भारत, अर्जेंटीना का चौथा सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर है.
अब तक दोनों देशों के बीच सोयाबीन तेल और कृषि उत्पादों पर व्यापार केंद्रित रहा है, लेकिन भारत आईटी, हेल्थटेक और फार्मा जैसे क्षेत्रों में भी निर्यात बढ़ाना चाहता है. वहीं, अर्जेंटीना भारत के तेजस लड़ाकू विमान जैसे रक्षा उत्पादों में रुचि दिखा रहा है.
पीएम मोदी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए आर्थिक और व्यापारिक हितों के विषयों पर चर्चा करेंगे. डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग, स्पेस सेक्टर, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और डीपीआई जैसे नए क्षेत्रों में भारत की प्रगति मूल्यवान विशेषज्ञता प्रदान कर सकती है. टेलीमेडिसिन और डिजिटल हेल्थकेयर सॉल्यूशन में भारत की विशेषज्ञता अर्जेंटीना के लिए मेडिकल सर्विस तक पहुंच बढ़ाने और समग्र गुणवत्ता और लागत प्रभावी स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार करने में भी एक प्रस्ताव है.
भारत और अर्जेंटीना शांतिपूर्ण न्यूक्लियर प्रोग्राम और एनर्जी में सहयोग पर भी जोर देते हैं. अर्जेंटीना भारत की न्यूक्लियर स्प्लायर्स ग्रुप (एनएसजी) सदस्यता का समर्थन करता है.
अर्जेंटीना में करीब तीन हजार भारतीय प्रवासी हैं. पीएम मोदी भारतीय मूल के लोगों के साथ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे. भारत-अर्जेंटीना जी20, जी77 और यूनाइटेड नेशन के सदस्य हैं.
अर्जेंटीना साल 2019 से भारत का रणनीतिक साझेदार है. दोनों देशों ने पिछले साल राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई थी. प्रधानमंत्री की अर्जेंटीना यात्रा महत्वपूर्ण समय पर हो रही है, क्योंकि अर्जेंटीना इस समय बड़े आर्थिक सुधार की प्रक्रिया से गुजर रहा है, जो काफी हद तक उन सुधारों से मिलते-जुलते हैं जिनसे भारत पहले गुजर चुका है.
विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) पी. कुमारन के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले साल 2018 में जी-20 बैठक के लिए अर्जेंटीना की यात्रा कर चुके हैं, लेकिन पिछले 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी और इसलिए यह ऐतिहासिक है.
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आरएसजी/केआर