नई दिल्ली, 23 जून . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच हुई ऐतिहासिक बातचीत के शताब्दी समारोह का उद्घाटन करेंगे. यह कार्यक्रम 24 जून को सुबह 11 बजे नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित होगा.
पीएम मोदी शताब्दी समारोह के उद्घाटन के बाद सभा को संबोधित भी करेंगे. यह ऐतिहासिक बातचीत 12 मार्च 1925 को केरल के शिवगिरि मठ में महात्मा गांधी के दौरे के दौरान हुई थी, जिसमें वैकम सत्याग्रह, धार्मिक परिवर्तन, अहिंसा, छुआछूत उन्मूलन, मोक्ष की प्राप्ति और समाज के वंचित वर्गों के उत्थान जैसे विषयों पर चर्चा हुई थी.
श्री नारायण धर्म संगम ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस समारोह में आध्यात्मिक नेता और अन्य लोग इकट्ठा होंगे ताकि इस दूरदर्शी संवाद को याद किया जाए और उसका सम्मान किया जाए, जो देश के सामाजिक और नैतिक ढांचे को आज भी आकार दे रहा है.
यह समारोह सामाजिक न्याय, एकता और आध्यात्मिक सौहार्द की साझा दृष्टि का एक शक्तिशाली प्रतीक है, जिसे श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी ने बढ़ावा दिया था.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में शिवगिरि मठ का दौरा किया था, जो 20वीं सदी के महान संत और समाज सुधारक श्री नारायण गुरु द्वारा स्थापित एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्र है. उन्होंने वहां गुरु की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की थी.
पीएम मोदी ने मठ के संन्यासियों के साथ तिरुवनंतपुरम से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित शिवगिरि पहाड़ी पर कुछ समय बिताया था और ‘महा समाधि मंडपम्’ में पूजा की थी, जो गुरु का अंतिम विश्राम स्थल है.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा था, “इस ‘पवित्र स्थान’ और संतों के आशीर्वाद से उन्हें समाज के गरीब, पिछड़े और हाशिए पर रहने वाले लोगों के लिए काम करने की शक्ति मिली है. हिंदू धर्म में जब भी समाज में बुराइयां बढ़ती हैं, तो उसे बचाने के लिए महान लोग जन्म लेते हैं. श्री नारायण गुरु ने लोगों को जागृत किया और छुआछूत जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ एकजुट किया.”
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एफएम/एकेजे