‘प्रधानमंत्री पद की मर्यादा और प्रतिष्ठा को पीएम मोदी ने किया धूमिल’ : पवन खेड़ा

नई दिल्ली, 2 नवंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर चुनावी वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. इसका जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी फिर से चुनावी मोड में आ गए हैं.

पवन खेड़ा ने कहा कि त्यौहार के दिन लोगों को त्यौहार की बधाई देने के स्थान पर वह एक्स पर पोस्ट करने में व्यस्त थे. पोस्ट भी ऐसे कर रहे थे कि उनके ट्रोलर्स को भी शर्म आ जाए. एक पोस्ट तो देश के प्रधानमंत्री को डिलीट करना पड़ा. सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री फैक्ट चेक में कहीं फंस न जाएं, पोस्ट को डिलीट कर दिया. हमारे तमाम मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष ने उनको करारा जवाब दिया और उनके झूठ को बेनकाब कर दिया. कर्नाटक सरकार ने 52 हजार करोड़ रुपये खर्च करके पांचों गारंटियों को लागू किया.

उन्होंने कहा, “तेलंगाना सरकार अपना रिपोर्ट कार्ड अभी आपको भेज रही है. रट लीजिएगा ताकि आइंदा कोई गलती न कर दे. हमें अपने वादे याद हैं, हमें अपनी गारंटी याद है और आपको घबराना चाहिए कि हमें आपके वादे भी याद हैं. कहां हैं स्मार्ट शहर, कहां है स्वच्छ गंगा मैया, महिला सुरक्षा का क्या हुआ? पेट्रोल-डीजल की महंगाई पर आप क्या कहेंगे. इन सवालों का जवाब दीजिए.”

उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी मशरूम खाना छोड़ दीजिए, थोड़ा बादाम खाइए. आपको अपने वादे याद आ जाएंगे. प्रधानमंत्री पद की मर्यादा और प्रतिष्ठा थी. इस पद का हम सब और पूरा विश्व सम्मान करता था लेकिन पता नहीं अब कब तक कर पाएगा? आपके ट्रोलर्स एक्स पर आपसे बेहतर पोस्ट कर लेते हैं. इस देश को अब आपकी जुबान पर कोई भरोसा नहीं रह गया है.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्षी कांग्रेस पर करारा हमला बोला. यह हमला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की उस सलाह के बाद किया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी की राज्य इकाइयों को केवल वही वादे करने चाहिए जो वित्तीय दृष्टि से संभव हो.

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “कांग्रेस पार्टी को यह एहसास हो रहा है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल या असंभव है. प्रचार के दौरान वह लोगों से ऐसे वादे करते हैं, जिन्हें वे कभी पूरा नहीं कर पाएंगे. अब कांग्रेस पार्टी लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गई है.”

एकेएस/एकेजे