पीएम मोदी संबित पात्रा को पार्टी से बाहर निकालें, भगवान जगन्नाथ के भक्तों से खुद माफी मांगें : पवन खेड़ा

नई दिल्ली, 21 मई . लोकसभा चुनाव के बीच ओडिशा के पुरी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी संबित पात्रा के एक बयान को लेकर सियासी घमासान मच गया है.

दरअसल, संबित पात्रा के भगवान जगन्नाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भक्त बताने वाले बयान पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने उन पर हमला बोला है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से संबित पात्रा को पार्टी से बाहर निकालने और भगवान जगन्नाथ के भक्तों से खुद माफी मांगने की मांग की.

पवन खेड़ा ने मंगलवार को कहा कि पीएम मोदी हिम्मत दिखाएं और भगवान जगन्नाथ के भक्तों की आस्था का सम्मान करते हुए संबित पात्रा को पार्टी से बाहर निकालें. भगवान जगन्नाथ के करोड़ों भक्त हैं. अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया सब जगह हैं, मैं जहां जाता हूं जय जगन्नाथ की बात सुनता हूं. इसलिए, पीएम मोदी को 24 घंटे के अंदर उनके भक्तों से माफी मांग लेनी चाहिए. यह हम सबके लिए और सृष्टि के लिए अच्छा होगा.

इसके अलावा कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”अगर संबित पात्रा कांग्रेस पार्टी में होते तो यूं भगवान जगन्नाथ के करोड़ों भक्तों की आस्था से खिलवाड़ करने पर तुरंत पार्टी से बाहर निकाल दिए जाते. प्रधानमंत्री मोदी, हिम्मत दिखाइए, संबित पात्रा को पार्टी से बाहर निकालिए और देश-विदेश में सृष्टि के रचयिता भगवान जगन्नाथ के करोड़ों भक्तों से स्वयं माफी मांगिए.”

बता दें कि सोशल मीडिया पर संबित पात्रा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह रोड शो के दौरान मीडिया से बात करते हुए भगवान जगन्नाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भक्त बता रहे हैं. हालांकि, विवाद बढ़ने पर संबित पात्रा ने माफी मांगते हुए कहा कि उनकी जुबान फिसल गई थी. वह पीएम मोदी को भगवान जगन्नाथ का भक्त कहना चाह रहे थे.

संबित पात्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी को लेकर मुझसे जो भूल हुई है, उस विषय को लेकर मेरा अंतर्मन अत्यंत पीड़ित है.मैं महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के चरणों में शीश झुकाकर क्षमा याचना करता हूं. अपने इस भूल सुधार और पश्चाताप के लिए अगले 3 दिन मैं उपवास पर रहूंगा.”

दूसरी तरफ संबित पात्रा के बयान पर सियासी बवाल जारी है. इससे पहले ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी संबित पात्रा के बयान की आलोचना की थी.

एसके/