राज्यसभा में पीएम मोदी ने पढ़ी जवाहर लाल नेहरू की चिट्ठी, कहा, ‘पूर्व पीएम ने किया था आरक्षण का विरोध’

नई दिल्ली, 7 फरवरी . पीएम मोदी ने राज्यसभा में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की चिट्ठी पढ़ी और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. पीएम मोदी ने जिक्र किया कि नेहरू जी कहते थे कि अगर एससी/एसटी, ओबीसी को नौकरी में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा. आज जो ये आंकड़े गिनाते हैं, उसका मूल यही है. अगर उस समय सरकार में भर्ती हुई होती, तो वो प्रमोशन के बाद आगे बढ़ते और आज यहां पहुंचते.

पीएम मोदी ने कहा, “एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि “मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं. मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए.” इसी के आधार पर मैं कहता हूं कि कांग्रेस आरक्षण की जन्मजात विरोधी है.”

पीएम मोदी ने कहा, “जिस कांग्रेस ने ओबीसी को पूरी तरह से आरक्षण नहीं दिया, कभी सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण नहीं दिया, जिसने बाबा साहब को भारत रत्न देने योग्य नहीं समझा, वह सिर्फ अपने परिवार को ही भारत रत्न देते रहे. वे अब हमें सामाजिक न्याय का उपदेश दे रहे हैं और पाठ पढ़ा रहे हैं. जिनके पास नेता के रूप में कोई गारंटी नहीं है, वे मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं.”

प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा, ”कांग्रेस ने नैरेटिव फैलाया, जिसका परिणाम हुआ कि भारत की संस्कृति और संस्कारों को मानने वाले लोगों को बड़े हीन भाव से देखा जाने लगा. इस प्रकार हमारे अतीत के साथ अन्याय किया गया. इसका नेतृत्व कहां होता था, ये दुनिया भलीभांति जानती है.”

पीएम मोदी ने कहा कि यह लोग आज भी लोकल फॉर वोकल बोलने से बच रहे हैं, आत्मनिर्भर भारत की बात उनके मुंह से नहीं निकलती है. मेक इन इंडिया कोई बोलता है तो उनके पेट में चूहे दौड़ने लग जाते हैं.

पीएम मोदी ने कहा, ”पश्चिम बंगाल से आपके सामने चुनौती खड़ी हो गई है कि कांग्रेस 40 का आंकड़ा (लोकसभा चुनाव 2024 में) पार नहीं कर पाएगी. मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 सीटें सुरक्षित करने में सक्षम हों.”

एसके/एबीएम