नई दिल्ली, 13 फरवरी . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार से यूएई के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि वो प्रवासी भारतीय की कोशिशों को देखकर अभिभूत हैं. भारतीय प्रवासियों की कोशिशों के परिणामस्वरूप ही आज शेष विश्व का राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से संबंध प्रगाढ़ हुआ है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि वो ‘हेलो मोदी’ कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे प्रवासी भारतीयों से मिलने के लिए उत्सुक हैं.
वहीं, पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट में 3.5 मिलियन भारतीय समुदाय से जायद स्पोर्ट्स सिटी में आयोजित ‘अहलान मोदी कार्यक्रम’ कार्यक्रम में शिरकत करने की अपील की. यह सातवीं बार है, जब पीएम मोदी खाड़ी देशों के दौरे पर जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ”शेष विश्व का संंबंध राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से प्रगाढ़ करने की दिशा में प्रवासी भारतीयों की कोशिशों की हम सराहना करते हैं. आज शाम, मैं ‘अहलान मोदी कार्यक्रम’ कार्यक्रम में शिरकत करूंगा, जहां बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय रहेंगे. इस खास मौके पर आप भी शामिल हो सकते हैं.”
वहीं, अलहन मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, ”अहलान मोदी के वालिंटर्स को सलाम. पूरे दिन रिहर्सल के बावजूद भी वो अपने घर पर प्रैक्टिस कर रहे हैं. इस खास मौके पर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.”
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अबू धाबी और यूएई के आसपास भारी बारिश की संंभावना को देखते हुए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की अवधि को छोटा कर दिया गया है. इसके अलावा कार्यक्रम में आने वाले लोगों की संख्या को भी घटा दिया गया है.
इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री अबू धाबी पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे. बता दें कि यह मंदिर 27 एकड़ भूमि में बनाया गया है.
सनद रहे कि साल 2015 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और संयुक्त अरब अमीरात सशस्त्र बलों के उप सर्वोच्च कमांडर, शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने 13.5 एकड़ भूमि मंदिर के निर्माण के लिए दी थी.
वहीं, साल 2018 में मंदिर का शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी ने दुबई ओपेरा हाउस की ओर से किए गए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दिया था. इसके बाद मई 2023 में 30 देशों के राजनयिकों ने निर्माणाधीन मंदिर का दौरा भी किया था.
संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे जिसमें विभिन्न देशों के बीच कैसे संबंधों को प्रगाढ़ किया जाए. इस पर व्यापक विचार-विमर्श किया जाएगा.
इसके अलावा प्रधानमंत्री ‘वर्ल्ड गवरमेंट समिट 2024’ में सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल होंगे.
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