New Delhi, 28 अगस्त . Prime Minister Narendra Modi Thursday रात को जापान और चीन के लिए रवाना हो गए. उन्होंने कहा कि उनकी जापान और चीन की आगामी यात्राएं India के राष्ट्रीय हितों और प्राथमिकताओं को और मजबूत करेंगी.
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे विश्वास है कि मेरी जापान और चीन यात्राएं हमारे राष्ट्रीय हितों और प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाएंगी तथा क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, सुरक्षा और सतत विकास में सार्थक सहयोग के निर्माण में योगदान देंगी.”
यह पीएम मोदी की जापान की आठवीं यात्रा होगी. Friday को वह जापान के Prime Minister शिगेरू इशिबा के साथ 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. मई 2023 में वह आखिरी बार जापान गए थे. दोनों नेताओं की पिछली मुलाकात जून 2025 में कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन और 2024 में लाओस में 21वें आसियान-India शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी.
पीएम मोदी ने कहा कि इस यात्रा के दौरान दोनों देश विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के अगले चरण को आकार देने पर ध्यान देंगे. इसके तहत आर्थिक और निवेश संबंधों के दायरे को और बढ़ाने, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और सेमीकंडक्टर्स जैसी नई और उभरती तकनीकों में सहयोग आगे बढ़ाने पर जोर रहेगा. साथ ही दोनों देशों के सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों को मजबूत करने का भी अवसर मिलेगा.
Prime Minister के दो दिवसीय प्रवास के दौरान जापानी Prime Minister शिगेरू इशिबा के साथ वार्ता और कार्यकारी रात्रिभोज निर्धारित है. दोनों नेता मियागी प्रीफेक्चर का भी दौरा करेंगे.
India के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि इस यात्रा के दौरान रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी और नवाचार, तथा लोगों के बीच आदान-प्रदान समेत कई अहम क्षेत्रों में विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी की समीक्षा की जाएगी.
India और जापान 2014 से स्पेशल स्ट्रैटेजिक एंड ग्लोबल पार्टनरशिप साझा कर रहे हैं, जो सभ्यतागत रिश्तों और क्षेत्रीय एवं वैश्विक दृष्टिकोण की समानता पर आधारित है.
Prime Minister मोदी की इस यात्रा के दौरान India और जापान के उद्योगपतियों की बैठक भी होगी, जिसमें क्वाड सहयोग और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा व स्थिरता जैसे विषयों पर चर्चा होगी.
जापान यात्रा के बाद Prime Minister मोदी 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन के तियानजिन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. यह उनका सात साल बाद चीन दौरा होगा और 2020 में गलवान घाटी झड़प के बाद पहली यात्रा होगी.
पीएम मोदी ने कहा, “चीन में मैं एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होऊंगा. India एक सक्रिय और रचनात्मक सदस्य है और अपनी अध्यक्षता के दौरान हमने नवाचार, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में नई पहल की हैं. मैं President शी जिनपिंग, President पुतिन और अन्य नेताओं से मुलाकात की भी प्रतीक्षा कर रहा हूं.”
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डीएससी/