New Delhi, 28 जुलाई . भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने Lok Sabha में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर जारी चर्चा के दौरान आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास सरेंडर का रहा है.
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने पहलगाम के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए Lok Sabha में कहा, “पहलगाम हमले में मारे गए लोगों में तीन कर्नाटक के थे, जिनमें दो उनके संसदीय क्षेत्र से थे. मैं उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “आतंकी चाहे जहां भी हों, भारत उन्हें ढूंढेगा और हम उन्हें पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न्यू जेनरेशन वॉरफेयर था, जिसे दुनिया ने सैन्य सफलता के तौर पर देखा.”
सूर्या ने कांग्रेस के इतिहास को ‘सरेंडर का इतिहास’ करार दिया. उन्होंने कहा, “आज सरेंडर के बारे में बात हो रही थी. कांग्रेस के एक पूर्व गृह मंत्री ने इंटरव्यू में कहा था कि हमने सोवियत की मध्यस्थता पर सीजफायर किया था, जब लाल बहादुर शास्त्री की सरकार थी. अरुण शौरी जब राज्यसभा में बोल रहे थे, तब उन्होंने कहा था कि मम्मी पर निर्भर होना सरकार की परंपरा बन गई है. यही बात कांग्रेस पार्टी के लिए भी है. देश के प्रधानमंत्री की विदेश नीति पर सवाल विपक्ष ने उठाया है. नरेंद्र मोदी भारत के रक्षक हैं. उरी और बालाकोट अटैक के समय हमने पाकिस्तान में घुसकर मारा. 1965 में जब आपने सोवियत के दबाव में सीजफायर किया था, वह सरेंडर था. कांग्रेस का इतिहास सरेंडर का रहा है.”
सूर्या ने 2014 के बाद भारत की नीति में बदलाव का जिक्र करते हुए कहा, “2014 के बाद न्यू नॉर्मल में पाकिस्तान की एक आंख के बदले दोनों आंख निकाली जा रही हैं. कांग्रेस की नीतियों के कारण पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारतीय सेना के हाथ से निकल गया. कांग्रेस ने बेंगलुरु के एचएएल और डीआरडीओ को कमजोर किया और राफेल डील का विरोध किया.”
उन्होंने कहा, “अमेरिका ने आज टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित कर दिया. कोलंबिया पाकिस्तान के पक्ष में था, लेकिन हमारे जाने के बाद उसने अपना स्टैंड बदला और भारत के साथ आया. भारत आज मिलिट्री हो या डिप्लोमैटिक, दोनों युद्ध के लिए तैयार हैं. कांग्रेस के साथियों का भाषण सुनकर अजीब लग रहा था. उनके नेता बदलते हैं, नीति वही है. पंडित नेहरू की पॉलिसी थी कि भारत को सेना की जरूरत ही नहीं है. देश की आर्मी में ज्यादती करने का काम भी कांग्रेस ने किया था.”
तेजस्वी सूर्या ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान Lok Sabha में कहा, “तीन साल पहले जनरल बिपिन रावत ने देश को बताया था कि भारत को 2.5 फ्रंट वॉर के लिए तैयार रहना चाहिए. मैं जिम्मेदारी के साथ इस सदन को बताना चाहता हूं कि जीरो पॉइंट जो है, वह कांग्रेस पार्टी का है. 2004 में जब इनकी सरकार सत्ता में आई तो उन्होंने पहला काम पोटा कानून खत्म करने का किया, जो वाजपेयी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ बनाया था.”
सूर्या ने कांग्रेस की यूपीए सरकार पर आतंकवाद के खिलाफ नरम रवैया अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “पोटा कानून को कांग्रेस की सरकार ने वोटबैंक की राजनीति के तहत खत्म किया. अयोध्या, जौनपुर, मालेगांव, और पानीपत जैसे बम धमाकों में 10 साल में 8,000 से अधिक लोग मारे गए, लेकिन कांग्रेस ने सिर्फ निंदा की. 9/11 के बाद जहां दुनिया आतंकवाद के खिलाफ मजबूत हो रही थी, वहीं कांग्रेस ने मजबूत कानूनों को कमजोर किया.”
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