पीएम मोदी हमारे लिए हनुमान जी जैसे हैं, वो हमारी हिम्मत बढ़ाते हैं : माधवी लता (आईएएनएस साक्षात्कार)

नई दिल्ली, 13 अप्रैल . हैदराबाद लोकसभा सीट पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई है. इस सीट को एआईएमआईएम का अभेद किला माना जाता है. ऐसे में इस बार इस सीट पर एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी को टक्कर देने के लिए भाजपा ने भारतनाट्यम नृत्यांगना और समाजसेविका माधवी लता को मैदान में उतारा है.

माधवी लता ने इस सीट की जमीनी हकीकत पर खुलकर से बातचीत की.

सवाल :- असदुद्दीन ओवैसी का कांग्रेस से क्या रिश्ता है?

जवाब :- रिश्ता तो पता चल रहा है. पहले तो दोनों के बीच भाई का रिश्ता बताया जाता था, लेकिन, अब तो यह रिश्ता भाई से भी आगे बढ़ रहा है, जो साफ जाहिर हो रहा है. अभी तक दोनों ने इस सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारे हैं.

सवाल :- माधवी लता की ओवैसी बंधुओं से कभी कोई मुलाकात हुई है?

जवाब :- नहीं, कभी नहीं हुई.

सवाल :- अगर आप हैदराबाद से जीत जाती हैं, तो ओवैसी के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगी?

जवाब :- वक्फ बोर्ड की जो जमीन उन्होंने हड़पी है, उसे मैं बाहर निकालूंगी.

सवाल :- क्या हैदराबाद चुनाव में बाहुबल का इस्तेमाल हो रहा है?

जवाब :- हम तो लोगों के बीच प्यार और मोहब्बत को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. अब वो लोग क्या लेकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं, ये तो वो जानें, हम तो उनके चुनाव प्रचार में किसी भी प्रकार की दखलंदाजी नहीं कर रहे हैं. हम तो प्यार और मोहब्बत से आगे बढ़ रहे हैं.

सवाल :- ओवैसी बंधुओं की संपत्ति को लेकर आपका क्या कहना है?

जवाब :- जहां तक मुझे मालूम है, असदुद्दीन ओवैसी और अकबरुद्दीन ओवैसी एक किराए के घर से आए थे और अब सात एकड़ में घर बनाकर मुसलमानों के अंबानी बन गए हैं, लेकिन, वो खुद को मुसलमानों का मसीहा बताते हैं. वो खुद तो आबाद हो गए, लेकिन आम लोगों को बर्बाद कर दिया.

सवाल :- क्या माधवी लता को सुरक्षा का खतरा है, आपको वाई प्लस सिक्योरिटी मिली है, किससे खतरा है या पहले कभी धमकी मिली है?

जवाब :- अकबरुद्दीन ओवैसी को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली है, इस पर कोई भी सवाल नहीं करता है. अपने ही मुसलमान भाइयों के बीच रहते हुए अपने ही कार्यकर्ताओं के बीच रहते हुए उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा चाहिए और हम सभी मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जाते हैं और यह ऐसे मुस्लिम बाहुल्य इलाके हैं, जहां मुस्लिम विधायकों के साथ भी बदतमीजी की जाती है. उन पर भी पथराव किया जाता है. ये लोग सियासत के चीफ एडिटर पर पत्थर फेंकते हैं तो जब हम जाते हैं तो शायद हम पर भी करते होंगे.

सवाल :- क्या हैदराबाद भाग्यनगर में तब्दील होगा?

जवाब :- आपको पता है, हैदराबाद से पहले इसका नाम भाग्यनगर ही था. तो, क्या दिक्कत है फिर से भाग्यनगर बनाने में.

सवाल :- विपक्षी दल के नेता क्या जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं. राहुल गांधी सावन में मटन पकाते दिखते हैं और तेजस्वी यादव का भी मछली खाने का वीडियो सामने आया है, क्या मंशा है, आप क्या कहना चाहेंगी?

जवाब :- यह उनकी निजी जिंदगी है. कौन अपनी निजी जिंदगी में क्या कर रहा है, हमें इससे क्या मतलब. हमें यह जानना है कि उन्होंने देश के लिए क्या किया? सभी की अपनी निजी जिंदगी होती है और मैं किसी की निजी जिंदगी पर कोई बात नहीं करना चाहती.

सवाल :- हैदराबाद के अलावा आप कहां-कहां चुनाव प्रचार करेंगी?

जवाब :- फिलहाल, तो मैं हैदराबाद में ही चुनाव प्रचार कर रही हूं, लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कोई आदेश आता है कि हमें दूसरी जगह भी चुनाव प्रचार करना है, तो हम जरूर जाएंगे.

सवाल :- मुस्लिम महिलाओं के बीच में आपकी पहुंच की चर्चा होती है, इसे आप कैसे देखती हैं?

जवाब :- अब अगर मुस्लिम महिलाओं के बीच हमारे प्यार की चर्चा होती है, तो मैं यह कहूंगी कि परवरदिगार ने हमारी बात सुन ली. जब हमारी तरक्की हो रही है तो उनकी तरक्की भी होनी चाहिए. जब हमारे बच्चे आगे बढ़ रहे हैं, तो उनके बच्चे क्यों ना बढ़ें. अगर हमारे बच्चे पढ़ रहे हैं, तो उनके बच्चे क्यों ना पढ़ें. उनके बच्चे क्यों किसी दर्जी की दुकान में बटन लगाएं, टायर पंचर लगाएं. हम चाहते हैं कि हर मुसलमान स्त्री को भी यही हक मिलना चाहिए जो हमें मिल रहा है. उनके बच्चों की भी तरक्की होनी चाहिए हमारे बच्चों की तरह. उनके बच्चे भी शान बनें इस देश की, जैसे हमारे बच्चे बन रहे हैं.

सवाल :- महिलाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी फैसले ले रहे हैं, उसे आप कैसे देखती हैं?

जवाब :- पीएम मोदी, हमारे लिए हिम्मत हैं. हमारे लिए, वो हनुमान जी जैसे हैं, वो हमारी हिम्मत बढ़ाते हैं. वो सिर्फ हिंदू महिलाओं की हिम्मत नहीं बढ़ाते, बल्कि मुस्लिम महिलाओं की हिम्मत भी बढ़ाते हैं. इसलिए, वो देश के बड़े भाई माने जाते हैं.

सवाल :- आपको लेडी सिंघम भी कहा जाता है, उसकी वजह क्या है?

जवाब :- क्योंकि, हम हिम्मत से झूठ का पर्दाफाश करते हैं और सच को बाहर निकालते हैं.

जीकेटी/