वाराणसी : गांवों को नशामुक्त करा रही महिलाओं की ‘ग्रीन आर्मी’, पीएम मोदी कर चुके हैं तारीफ

वाराणसी, 31 दिसंबर . उत्तर प्रदेश के वाराणसी में देवड़ा गांव में कभी शराब और जुए का माहौल हुआ करता था. शिक्षा और जागरूकता की कमी थी. इस कमी को दूर करने के लिए महिलाओं के ‘ग्रीन आर्मी’ बनाई, जिसके काम की प्रशंसा पीएम मोदी ने की.

‘ग्रीन आर्मी’ में शामिल महिलाओं ने न सिर्फ शराब और जुए के खिलाफ अभियान चलाया, बल्कि शिक्षा और जागरूकता को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम किया.

साल 2014 में पहली बार महिलाओं को प्रशिक्षण देकर इस संगठन ने जुआ और नशा करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया. इसके बाद धीरे-धीरे संगठन ने शिक्षा स्वास्थ्य और जागरूकता के क्षेत्र में भी काम करना शुरू कर दिया. ‘ग्रीन आर्मी’ की शुरुआत 20 महिलाओं से हुई थी, आज इनकी संख्या 2,200 हो चुकी है, जो बनारस सहित आसपास के जिलों में भी काम करती है. ग्रीन आर्मी महिलाओं की प्रशंसा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 सितंबर 2023 में खत भेज कर की थी.

‘ग्रीन आर्मी’ से जुड़ी निर्मला देवी ने बताया, “हम लोग हरी साड़ी इसलिए पहनती हैं, क्योंकि जैसे खेत हरे-भरे रहते हैं, वैसे ही हर एक के जीवन में हरियाली आए. हमारी 20 लोगों की टीम है, जो पिछले 10 साल से नशा मुक्ति अभियान चला रही है.”

उन्होंने बताया कि उनके यहां पहले लोग जुआ खेलते थे, जिससे गांव का भविष्य खराब होने के डर था. इसलिए उन्होंने यह पहल शुरू की. उन्होंने कहा, “हमने ‘ग्रीन आर्मी’ की टीम बनाई है. रैली में हम नारे लगाते हैं कि ‘नारी है, कोई और नहीं, महिला है कमजोर नहीं’.”

एक अन्य सदस्य मंजू ने बताया, “पहले हमारे अंदर डर का माहौल था, लेकिन अब ऐसा नहीं. घर-घर घूमने से सारा डर निकल गया है. पहले लड़कियों के पैदा होने से मातम छा जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. जैसे आर्मी बॉर्डर संभाले हुए हैं, वैसे हम ‘ग्रीन आर्मी’ गांव को संभाल रहे हैं. बाल विवाह को रोकने और सभी बच्चों को स्कूली शिक्षा के लिए हम काम कर रहे हैं.”

एससीएच/एकेजे