नई दिल्ली, 12 मार्च . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (मंगलवार) को राजस्थान पहुंचे और इसके पहले वह सुबह गुजरात में थे.
दरअसल, गुजरात में पीएम मोदी बापू के साबरमती आश्रम पहुंचे थे. जहां उन्होंने आश्रम में एक पौधा लगाया. वहीं, पीएम मोदी के विजन से अहमदाबाद स्थित बापू के कोचरब आश्रम को भी एक नया आकार मिला है. इसके साथ ही पीएम मोदी पोखरण भी पहुंचे और यहां देश की तीनों सेनाओं के अदम्य साहस को सराहा. यानी एक ही दिन में पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को भारत की तरफ से ‘शांति’ से लेकर ‘शक्ति’ तक का संदेश दे दिया.
पीएम मोदी ने पुनर्विकसित कोचरब आश्रम का उद्घाटन किया. पीएम मोदी के प्रयास से कोचरब आश्रम पूरी तरह से बदल चुका है. यह आश्रम पहले जहां जर्जर हो गया था, दीवारों पर काई जमी रहती थी, आश्रम के कई खंभे टूटने की कगार पर थे. लेकिन, मोदी सरकार ने इसका कायाकल्प करके अब पूरी तरह से इसे नया स्वरूप दे दिया है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने यहां से बापू के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों के बारे में भी जिक्र किया.
वहीं बापू के धाम साबरमती आश्रम पहुंचे पीएम मोदी ने कहा, “पूज्य बापू का ये साबरमती आश्रम हमेशा से ही एक अप्रतिम ऊर्जा का जीवंत केंद्र रहा है. हर किसी को जब-जब यहां आने का अवसर मिलता है, तो बापू की प्रेरणा हम अपने भीतर स्पष्ट रूप से अनुभव कर सकते हैं.”
पीएम मोदी ने यहां कहा कि 12 मार्च, 2022 को इसी साबरमती आश्रम से देश ने आजादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ किया था.
वहीं दोपहर को पीएम मोदी पोखरण पहुंचे. जहां उन्होंने भारतीय सेना के तीनों कमान त्रि-सेवा लाइव फायर और युद्ध अभ्यास के रूप में स्वदेशी रक्षा क्षमताओं के तालमेल से प्रदर्शित ‘भारत शक्ति’ को देखा. पीएम मोदी के साथ यहां 30 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि थे. जैसलमेर का पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज वही जगह है जहां परमाणु परीक्षण कर भारत वैश्विक मंच पर ‘परमाणु संपन्न शक्ति’ के रूप में स्थापित हुआ था.
पीएम ने यहां से भारत की शक्ति दुनिया को बताते हुए कहा कि ”हमारी तोपों, टैंकों, लड़ाकू जहाजों की ये गर्जना ही तो देश की ताकत है.”
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने यहां अपनी तीनों सेनाओं का जो पराक्रम देखा, वह अद्भुत है. इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि आसमान में ये गर्जना, जमीन पर ये जाबाजी, चारों दिशाओं में गूंजता विजय घोष, यही नए भारत का आह्वान है. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि हथियार और गोला-बारूद, संचार उपकरण, साइबर और स्पेस तक हम मेड इन इंडिया की उड़ान अनुभव कर रहे हैं, यही तो भारत शक्ति है.
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जीकेटी/