पीएम मोदी ने काशी दौरे के दौरान ‘लोकल फॉर वोकल’ पर दिया जोर, स्थानीय लोगों ने सराहा

वाराणसी, 2 अगस्त . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Saturday को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे के दौरान वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के बीच स्वदेशी वस्तुओं और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया. उनके इस संदेश ने स्थानीय लोगों में उत्साह का संचार किया.

काशीवासियों ने पीएम के ‘लोकल फॉर वोकल’ के नारे को भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा. उन्होंने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अपील की. स्थानीय लोगों ने पीएम के इस संदेश का स्वागत किया.

वाराणसी के मनीष कुमार मौर्य ने कहा, “वाराणसी एक प्राचीन नगरी है. हमारे लिए गर्व की बात है कि देश के प्रधानमंत्री यहां के सांसद हैं और लोकल फॉर वोकल की बात करते हैं. जब पीएम स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की बात करते हैं, तो यह हमारी संस्कृति और अर्थव्यवस्था दोनों को मजबूती देता है.”

इसी तरह स्थानीय व्यापारी प्रदीप कुमार गुप्ता ने कहा, “पीएम मोदी का लोकल फॉर वोकल का नारा सराहनीय है. अगर हम अपने उत्पादों को प्राथमिकता देंगे, तो हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है.”

उन्होंने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से न सिर्फ स्थानीय कारीगरों को लाभ होगा, बल्कि विदेशी आयात पर निर्भरता भी कम होगी.

वहीं, हरि किशन सिंह ने कहा कि हमारा मसाला का व्यवसाय है. मैं खुद का मसाला बनाता और बेचता हूं. पीएम मोदी की इस मुहिम को हम समर्थन करते हैं.

ज्ञानेश कुमार गुप्ता ने कहा कि पीएम मोदी की लोकल फॉर वोकल मुहिम का बड़े पैमाने पर असर होगा. जो सामान बाहर से हम लेते हैं, अब उसे स्थानीय स्तर पर बनाने का काम करेंगे. जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन भी होगा और हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.

वहीं, वाराणसी की महादेव लाल पेड़ा भंडार की दुकान पर लोगों की भीड़ देखी गई. वहां मौजूद समीर सिंह ने कहा कि महादेव लाल पेड़ा भंडार वाराणसी की फेमस दुकान है. यह दुकान मेरे जन्म के पहले की है. यहां की मिठाई देश-विदेश में जाती रहती है. इसे कूरियर के माध्यम से भेजा जाता है. इस दुकान की मिठाई का प्रयोग महादेव के प्रसाद के रूप में होता है.

ऋषि सिंह ने कहा कि महादेव लाल पेड़ा भंडार दुकान 45 साल से है. पूरे वाराणसी में इसकी 6 ब्रांच खुल चुकी हैं. मैं साल 2005 में पहली बार वाराणसी आया था, तब से हम यहां का पेड़ा खा रहे हैं. यह सिर्फ वाराणसी में मिलता है और इसे हम व्रत में भी खा सकते हैं. इसका स्वाद भी अनोखा है और लोगों को काफी भाता है.

एकेएस/डीकेपी