गढ़वा, 4 नवंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर गढ़वा में सोमवार को आयोजित अपनी पहली चुनावी सभा में परिवारवाद, भ्रष्टाचार और घुसपैठ के मुद्दों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि ये लोग झूठ, भ्रष्टाचार और परिवारवाद में सारी सीमाएं लांघ गए हैं.
पीएम मोदी ने जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी काे घोर परिवारवादी पार्टी करार दिया. उन्होंने कहा कि इन तीनों पार्टियां चाहती हैं कि सत्ता की चाबी हर हाल में एक ही परिवार के पास रहे. जेएमएम का मॉडल है कि यहां एक ही परिवार के लोगों को सब कुछ मिलेगा. अगर इनकी पार्टी का कोई नेता अपनी काबिलियत से आगे बढ़ गया, तो उनके साथ कैसा बर्ताव होता है, यह किसी से छिपा नहीं है. इन्होंने चंपई सोरेन के साथ क्या किया? आदिवासी बेटे को अपमानित करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी. जिनके लिए अपने परिवार से बड़ा कुछ नहीं है, वह जनता की परवाह कैसे करेंगे. ऐसे स्वार्थी दलों को इस चुनाव में अच्छे से सबक सिखाना है.
उन्होंने कहा कि मेरा अपना परिवार हो या ना हो, आप मेरे परिवार हैं. 24 घंटे आपके लिए जीता हूं, काम करता हूं, सोचता हूं. 140 करोड़ देशवासी मेरे परिवार हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हम जो कहते हैं, वह कर दिखाते हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस जैसी पार्टी है, जिसके अध्यक्ष खड़गे जी ने भी मान लिया है कि कांग्रेस की अनाप-शनाप घोषणाएं राज्यों को दिवालिया कर देंगी. इसलिए जनता कांग्रेस और उसके साथियों की घोषणाओं पर यकीन नहीं करेगी.
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर झारखंड के सत्तारूढ़ गठबंधन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पांच सालों में झारखंड ने देखा है कि कैसे यहां की सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं तोड़ दीं. इनके सीएम, मंत्री, विधायक, सांसद में कोई बचा नहीं, जिन पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप नहीं है. आपने जेएमएम के मंत्रियों के पास नोटों के पहाड़ निकलते देखा होगा. मैंने तो अपनी आंखों से कभी नोटों के ऐसे पहाड़ नहीं देखे. टीवी पर पहली देखा कि लूट के नोटों का पहाड़ कितना बड़ा है. इतना बड़ा कि गिनती करते हुए मशीनें भी थक गईं. ये पैसा किसका था? यह झारखंड के लोगों का, यहां के गरीबों, आदिवासियों, पिछड़ों, दलितों और महिलाओं का पैसा था, जिसे इन्होंने लूट लिया. कांग्रेस-झामुमो-राजद का भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला कर रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि पूरा झारखंड आज बालू तस्करी का केंद्र बन चुका है. झारखंड की सरकार माफिया की गुलाम बन गई है. जनता पलायन कर रही है और ये सरकारी योजनाओं का पैसा लूटने में व्यस्त हैं. यहां ट्रांसफर-पोस्टिंग का धंधा खूब फल-फूल रहा है. ये लोग खुद काम करते नहीं, दूसरों को भी काम करने नहीं देते. इनके कुशासन का नतीजा झारखंड ने भोगा है. उन्होंने झारखंड सरकार पर झारखंड के पलामू-गढ़वा की बहुचर्चित उत्तर कोयल जलाशय मंडल डैम को अटकाने का आरोप मढ़ा.
पीएम ने कहा कि यह योजना पूरी होती तो इससे लाखों किसानों को लाभ मिलता. हमने 2019 में इस परियोजना के लिए हजारों करोड़ स्वीकृत किए, लेकिन यहां रोड़े अटकाने वाले दलों की सरकार बन गई. हमने यहां डूब क्षेत्र के लिए पैकेज की मंजूरी दी, लेकिन ये लोग लूटने में लगे रहे. भाजपा की सरकार बनते ही योजना पर काम होगा. गढ़वा को पानी मिल जाए तो पलायन रुक जाएगा. हमारे गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में भी पानी का घोर संकट था. 2001 में सीएम बना तो पानी पहुंचाने का बीड़ा उठाया. नदियों को जिंदा करने का अभियान चलाया. आखिरकार वह इलाका पानीदार बन गया. दिल में कुछ करने का जज्बा हो तो ऐसे ही परिणाम सामने आते हैं.
पीएम मोदी ने झारखंड में घुसपैठ के मुद्दे की चर्चा करते हुए कहा कि जेएमएम-कांग्रेस-राजद की तुष्टिकरण की नीति की वजह से घुसपैठ का खतरा इतना बड़ा हो गया है कि राज्य के स्कूलों में सरस्वती वंदना पर रोक लगाई जा रही है, तीज-त्योहारों पर पत्थरबाजी हो रही है, माता दुर्गा की प्रतिमाओं का रास्ता भी रोका जा रहा है. अब पानी सिर के ऊपर गुजर रहा है.
उन्होंने कहा, ‘ जब घुसपैठ का मामला कोर्ट में जाए और प्रशासन इससे इनकार करे तो समझ लीजिए कि सरकारी तंत्र में ही घुसपैठ हो चुकी है. ये आपकी रोटी, बेटी और माटी को हड़प रहे हैं. अगर यही कुनीति जारी रही तो झारखंड में आदिवासी समाज का दायरा सिकुड़ जाएगा. आदिवासी समाज और देश की सुरक्षा के लिए यह गठबंधन खतरनाक है. घुसपैठिया गठबंधन को एक वोट की ताकत से उखाड़ फेंकना है. लोगों का एक-एक वोट रोटी, बेटी और माटी को बचाएगा.‘
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एसएनसी/