New Delhi, 4 अक्टूबर . गाजा में संघर्ष रोकने को लेकर फिलिस्तीनी समूह हमास ने अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप के 20 सूत्रीय प्लान पर सहमति दे दी है. इसके बाद Prime Minister Narendra Modi ने गाजा में शांति स्थापित करने के लिए अमेरिकी President के प्रयासों की सराहना की है.
पीएम मोदी ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “गाजा में शांति प्रयासों में निर्णायक प्रगति के लिए हम President ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हैं. बंधकों की रिहाई के संकेत एक महत्वपूर्ण कदम है. India स्थायी और न्यायसंगत शांति की दिशा में सभी प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता रहेगा.”
हमास की हामी के बाद इजरायल के Prime Minister बेंजामिन नेतन्याहू का बयान भी सामने आया है. पीएम नेतन्याहू ने कहा, “हमास की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए इजरायल सभी बंधकों की शीघ्र रिहाई के लिए President ट्रंप की योजना के पहले चरण के तत्काल कार्यान्वयन की तैयारी कर रहा है. हम इजरायल द्वारा निर्धारित सिद्धांतों, जो अमेरिकी President ट्रंप के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं, के अनुसार युद्ध को समाप्त करने के लिए President और उनकी टीम के साथ पूर्ण सहयोग से काम करना जारी रखेंगे.”
इससे पहले पीएम मोदी ने President ट्रंप के 20 सूत्रीय सीजफायर प्लान के समर्थन में कहा था कि हम गाजा संघर्ष को समाप्त करने के लिए अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप की व्यापक योजना का स्वागत करते हैं. यह फिलिस्तीनी और इजरायली लोगों के साथ-साथ व्यापक पश्चिम एशियाई क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक और स्थायी शांति, सुरक्षा और विकास का एक व्यवहार्य मार्ग प्रदान करता है. हमें उम्मीद है कि सभी संबंधित पक्ष President ट्रंप की पहल पर एकजुट होंगे और संघर्ष को समाप्त करने और शांति सुनिश्चित करने के इस प्रयास का समर्थन करेंगे.
दरअसल संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार हमास ने अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्रस्ताव पर बातचीत करने की इच्छा व्यक्त की. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हमास के इस फैसले का स्वागत किया.
दुजारिक ने एक बयान में कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस हमास द्वारा जारी बयान का स्वागत करते हैं और इससे उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने सभी पक्षों से गाजा पट्टी में संघर्ष को समाप्त करने के अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया और कतर तथा मिस्र को उनके अमूल्य मध्यस्थता कार्य के लिए धन्यवाद दिया.
—
कनक/वीसी