कीव, 23 अगस्त . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ शुक्रवार को कीव में यूक्रेन के राष्ट्रीय इतिहास संग्रहालय में शहीद प्रदर्शनी का दौरा किया. इस दौरे का उद्देश्य देश में चल रहे युद्ध के दौरान अपनी जान गंवाने वाले बच्चों की स्मृति को सम्मानित करने का था.
प्रधानमंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, “राष्ट्रपति जेलेंस्की और मैंने कीव में शहीदों की प्रदर्शनी में श्रद्धांजलि अर्पित की. संघर्ष विशेष रूप से छोटे बच्चों के लिए विनाशकारी है. मेरी संवेदना उन बच्चों के परिवारों के साथ है, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है. मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें दुख सहने की शक्ति मिले.”
दोनों नेताओं ने मल्टीमीडिया मार्टिरोलॉजी ‘चिल्ड्रन’ में खिलौने रखे और शहीद युवा यूक्रेनियन के सम्मान में एक क्षण का मौन रखा.
विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री उन बच्चों की याद में आयोजित की गई इस मार्मिक प्रदर्शनी से बहुत प्रभावित हुए, जिन्होंने संघर्ष में अपनी जान गंवाई. उन्होंने बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया और सम्मान स्वरूप उनकी याद में एक खिलौना रखा.”
अभियोजक जनरल एंड्री कोस्टिन ने दोनों नेताओं को प्रदर्शनी के इतिहास और यूक्रेन के सबसे बड़े बच्चों के अस्पताल ओखमाटदित पर 8 जुलाई को हुए रॉकेट हमले के बारे में जानकारी दी.
ज़ेलेंस्की ने कहा, “आज कीव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैंने उन बच्चों की स्मृति का सम्मान किया जिनकी जान रूसी आक्रमण द्वारा ली गई थी. हर देश में बच्चे सुरक्षा में रहने के हकदार हैं. हमें इसे संभव बनाना चाहिए.”
यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से 570 यूक्रेनी बच्चों की जान जा चुकी है, और यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है.
फरवरी 2022 में शुरू हुए संघर्ष के दौरान मारे गए बच्चों के लिए ‘स्मरण दिवस’ मनाने के लिए जून 2022 में ‘चिल्ड्रेन’ मल्टीमीडिया प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया था.
इसमें संघर्ष के दौरान मारे गए युवा यूक्रेनी लोगों के नाम और फोटो प्रदर्शित किए गए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ गर्मजोशी से गले मिले और हाथ मिलाया, तथा अपना हाथ जेलेंस्की के कंधे पर मजबूती से रखा. ऐसे में यह इशारा चल रहे युद्ध के बीच भारत के समर्थन पर जोर देता है.
यूक्रेनी राष्ट्रपति से मुलाकात से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कीव में गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की.
राष्ट्रपिता की शिक्षाओं पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “कीव में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. बापू के आदर्श सार्वभौमिक हैं और लाखों लोगों को उम्मीद देते हैं. हम सभी उनके द्वारा मानवता को दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करें.”
इसके बाद दोनों नेताओं ने आमने-सामने और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की, जिसमें मुख्य रूप से रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए रास्ते तलाशने पर ध्यान केंद्रित किया गया.
प्रधानमंत्री मोदी की कीव यात्रा यूक्रेन के राष्ट्रीय ध्वज दिवस के अवसर पर भी हो रही है, जो 23 अगस्त को मनाया जाता है.
इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री मोदी पोलैंड से रेल फोर्स वन से 10 घंटे की ट्रेन यात्रा कर कीव पहुंचे. स्टेशन पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया और बाद में हयात होटल में भारतीय प्रवासियों ने उनका स्वागत किया.
इस ऐतिहासिक यात्रा को भारत द्वारा बातचीत को सुगम बनाने तथा चल रहे संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान खोजने में योगदान देने के एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.
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एकेएस/