नई दिल्ली, 26 मार्च . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने बिहार के पटना में पाटलिपुत्र स्टेडियम में आयोजित सेपक टकरा विश्व कप 2025 में भारतीय सेपक टकरा दल के शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें हार्दिक बधाई दी है.
पीएम मोदी ने इस स्पर्धा में भारत के पहले स्वर्ण पदक के साथ इतिहास रचने के लिए पुरुष रेगु टीम की भी सराहना की. महिला टीम ने भी इस वर्ग में कांस्य पदक हासिल कर देश को गौरवान्वित किया.
एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने कहा, “सेपक टकरा विश्व कप 2025 में शानदार खेल उत्कृष्टता का प्रदर्शन करने के लिए हमारे दल को बधाई! दल ने 7 पदक जीते. पुरुष रेगु टीम ने भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक लाकर इतिहास रच दिया.”
उन्होंने कहा, “यह शानदार प्रदर्शन वैश्विक सेपक टकरा क्षेत्र में भारत के लिए एक आशाजनक भविष्य का संकेत देता है.” युगल वर्ग में, भारतीय महिला टीम ने म्यांमार के खिलाफ़ एक करीबी मुकाबले के बाद रजत पदक हासिल किया, जिसने स्वर्ण पदक जीता. कांस्य पदक जापान और ईरान को संयुक्त रूप से दिया गया.
इस बीच, भारतीय पुरुष टीम ने युगल स्पर्धा में मलेशिया के साथ संयुक्त रूप से कांस्य पदक जीता. क्वाड स्पर्धा में, पुरुष और महिला दोनों टीमें तीसरे स्थान पर रहीं और कांस्य पदक जीता. मिश्रित क्वाड स्पर्धा में, महिला टीम ने रजत पदक हासिल किया, जबकि पुरुष टीम तीसरे स्थान पर रही और कांस्य पदक जीता.
केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने एक्स पर लिखा, “सेपक टकरा विश्व कप 2025 में सात पदक जीतने के लिए टीम इंडिया को हार्दिक बधाई. इस आयोजन में पहला स्वर्ण पदक जीतने के लिए हमारी पुरुष टीम का विशेष उल्लेख. आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण देश भर के महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए प्रेरणा का काम करेगा. भविष्य में आप सभी को और अधिक सफलता की शुभकामनाएं.”
देश के अन्य राजनेताओं और मशहूर हस्तियों ने प्रधानमंत्री और खेल मंत्री के साथ मिलकर दल के शानदार प्रदर्शन की सराहना की. केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी सेपक टकरा दल को उसके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई दी. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “सेपक टकरा विश्व कप 2025 में सात पदक जीतने के लिए भारतीय दल को बधाई! भारतीय चैंपियनों को दुनिया भर में खेल आयोजनों में लगातार पदक जीतते देखना रोमांचक है. इस तरह की जीत हमारे युवाओं और उभरते चैंपियनों में रुचि पैदा करती है और उन्हें ऐसे खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करती है जिनसे वे बहुत परिचित नहीं हैं. सात पदकों की इस श्रृंखला में भारतीय पुरुष रेगु टीम द्वारा जीता गया ऐतिहासिक पहला स्वर्ण पदक भी शामिल है.”
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