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New Delhi, 15 नवंबर . जोहान्सबर्ग में अगले सप्ताह आयोजित होने वाले जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में Prime Minister Narendra Modi और दक्षिण अफ्रीका के President सिरिल रामफोसा की मुलाकात होगी. उनकी मुलाकात से पहले दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक के लिए एक व्यापक एजेंडा तैयार किया गया है.
India में दक्षिण अफ्रीका के उच्चायुक्त अनिल सूकलाल ने Saturday को से एक विशेष बातचीत में यह जानकारी दी.
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े शहर और आर्थिक केंद्र जोहान्सबर्ग में 22 और 23 नवंबर को जी-20 नेताओं का शिखर सम्मेलन आयोजित होगा. इस बीच दक्षिण अफ्रीकी राजनयिक ने कहा कि President रामफोसा और Prime Minister मोदी के बीच बैठक न केवल वर्तमान द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति पर प्रकाश डालेगी, बल्कि सुरक्षा सहयोग, लोगों के बीच संपर्क आदि जैसे क्षेत्रों में सहयोग के नए क्षेत्रों पर भी विचार करेगी.
उन्होंने कहा कि India रंगभेद के खिलाफ हमारे संघर्ष और हमारे मुक्ति संग्राम का समर्थन करने वाले पहले देशों में से एक था. 1994 में लोकतंत्र बनने के बाद से हमारे संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. India हमारा तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और हमारे सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक साझेदारों में से एक है. हमारे संबंधों की नींव बहुत गहरी है. बहुपक्षीय क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार के संदर्भ में हमारा सहयोग बहुत जीवंत है और निरंतर बढ़ रहा है.
अनिल सूकलाल ने कहा कि मुझे यकीन है कि जब Prime Minister मोदी और President रामफोसा अगले हफ्ते द्विपक्षीय बैठक के लिए मिलेंगे तो वे संबंधों की स्थिति पर विचार करेंगे और साथ ही हम सुरक्षा सहयोग, लोगों के बीच संपर्क जैसे क्षेत्रों में इस महत्वपूर्ण संबंध को गहरा करने के लिए सहयोग के नए क्षेत्रों पर भी विचार करेंगे. इसके साथ ही व्यापार और निवेश, सांस्कृतिक सहयोग के संदर्भ में खेल और संस्कृति हमारे बीच संबंधों को मजबूत करने के संदर्भ में हमारे सहयोग के एक प्रमुख स्तंभ हैं.
उन्होंने कहा कि भारत-दक्षिण अफ्रीका साझेदारी एक साझा इतिहास पर आधारित है और एक ऐतिहासिक संबंध बना हुआ है.
राजदूत सूकलाल ने जोर देकर कहा कि वैश्विक दक्षिण के देश होने के नाते India और दक्षिण अफ्रीका दोनों ने शोषण और उपनिवेशवाद को झेला है और एक कठिन अतीत से बाहर आए हैं, लेकिन आज हम दोनों वैश्विक दक्षिण के अग्रणी देश हैं. हम कई वैश्विक दक्षिण संरचनाओं के सदस्य देश हैं. ब्रिक्स एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां हम अपने अन्य ब्रिक्स भागीदारों के साथ मिलकर काम करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हम जलवायु परिवर्तन पर चर्चा के लिए India के साथ मिलकर काम करते हैं. बेशक, वैश्विक बहुपक्षीय व्यवस्था, विश्व व्यापार संगठन, और संयुक्त राष्ट्र व्यवस्था में हम मिलकर काम करते हैं, लेकिन द्विपक्षीय स्तर पर हमारा एक साझा इतिहास है.
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एमएस/डीकेपी