पीएम मोदी और सीएम योगी ने बढ़ाया हिंदुत्व का मान, सनातन बोर्ड के गठन का भेजेंगे प्रस्ताव : महंत रवींद्र पुरी

प्रयागराज, 1 दिसंबर . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व में सनातन का ऐसा परचम लहराया है, जो आज तक किसी ने नहीं किया है. 2019 का कुंभ दिव्य और भव्य था और सीएम योगी की अगुवाई में महाकुंभ-2025 उससे भी ज्यादा दिव्य और भव्य होगा. ये बातें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहीं.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हिंदुत्व का मान बढ़ाने वाला बताया. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार के महाकुंभ को अलौकिक रूप देने में लगे हैं, जिसमें देश-दुनिया के साधु-संत भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. इसी क्रम में देशभर के शीर्ष महात्माओं का प्रयागराज में आगमन शुरू हो चुका है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी भी प्रयागराज पहुंचकर अखाड़ों की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं.

उन्होंने कहा कि तपस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन का ऐसा परचम लहराया है कि देश-विदेश की नजरें भारत पर आकर टिक गई हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन की परंपरा को बुलंद किया है. देश के ऐसे शीर्ष नेतृत्व ही दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक महा आयोजन को साकार कर सकते हैं. दिव्यता और भव्यता के लिहाज से इस बार का महाकुंभ सबसे अलौकिक होने जा रहा है, जिसमें पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त होने जा रहे हैं.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने निरंजनी अखाड़ा के माहात्म्य के बारे में भी विस्तार से बताया. उन्होंने बताया कि निरंजनी अखाड़ा के संत देव सेनापति कार्तिकेय का अनुसरण करते हैं. इसके अलावा यहां दीक्षा लेने के बाद सभी को गुरु भाई बनाया जाता है. यहां किसी को अलग से नया गुरु बनाने की कोई परंपरा नहीं है. हम सबके गुरु निरंजन देव जी हैं.

महाकुंभ की तैयारियों को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से वर्षों पूर्व तैयारी शुरू हो जाती है. इस बार के महाकुंभ को लेकर 3 साल पहले से ही योजनाएं शुरू कर दी गईं. यहां महाकुंभ में भक्तों के प्रसाद के लिए करीब 3 साल पहले से ही जरूरी संसाधन जुटाए जाने लगे. जिसमें देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छ और स्वादिष्ट प्रसाद का इंतजाम किया गया है. जिसमें पांच-पांच हजार लोग एक पंक्ति में बैठकर महाकुंभ के पवित्र प्रसाद का आनंद लेंगे.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि इस बार के महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए साधु-संत भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. संपूर्ण मेला क्षेत्र सुगंधित जड़ी-बूटियों के हवन से महक उठेगा. यहां सभी सनातनी एकत्र होने जा रहे हैं. महाकुंभ में दुनिया भर के संत-महात्माओं का आगमन हो रहा है. जिसके लिए यज्ञ के माध्यम से संपूर्ण वायुमंडल को सुगंधित बनाए जाने की तैयारी है.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने बताया कि आगामी 26 जनवरी को महाकुंभ में धर्म संसद का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें देशभर के प्रमुख साधु-संत हिस्सा लेंगे. यहीं से सनातन बोर्ड के गठन का प्रस्ताव तैयार होगा. जिसे केंद्र सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. हम चाहते हैं कि जो भी बोर्ड बने, वह केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त हो. साथ ही हमारी कोशिश है कि इस बोर्ड में कोई भी त्रुटि नहीं होनी चाहिए. 26 जनवरी को संगम की रेती पर चारों पीठ के शंकराचार्य, 13 अखाड़ों के प्रमुख संतों और अन्य धर्माचार्यों को आमंत्रित किया जाएगा.

एसके/एबीएम