New Delhi, 17 अगस्त . Prime Minister Narendra Modi ने Sunday को राजधानी दिल्ली को दो बड़े बुनियादी ढांचा प्रोजेक्ट्स की सौगात दी. उन्होंने 11,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार शहरी विस्तार सड़क-2 (यूईआर-2) और द्वारका एक्सप्रेसवे के दिल्ली खंड का उद्घाटन किया. इन परियोजनाओं से दिल्ली-एनसीआर में जाम की पुरानी समस्या से बड़ी राहत मिलने और कनेक्टिविटी बेहतर होने की उम्मीद है.
रोहिणी में आयोजित उद्घाटन समारोह में Prime Minister मोदी ने कहा, “दिल्ली आज देश के विकास की एक चमकती मिसाल बन चुकी है. बीते 10 सालों में यहां का इन्फ्रास्ट्रक्चर विश्वस्तरीय हुआ है और लोगों को आवागमन में बहुत लाभ मिला है. प्रयास जारी हैं और आने वाले समय में और भी बड़े प्रोजेक्ट सामने आएंगे.”
Prime Minister ने बताया कि इन परियोजनाओं से न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि दिल्ली के कचरे के पहाड़ भी कम करने में मदद मिली है. उन्होंने एक्सप्रेसवे बनाने वाले श्रमिकों से बातचीत कर उनके कठिन परिश्रम की सराहना की.
यूईआर-2 का 54.21 किमी लंबा हिस्सा अलीपुर से दीछांव कलां तक बनाया गया है, जिसकी लागत 5,580 करोड़ रुपये है. यह छह लेन का हाईवे दिल्ली मास्टर प्लान रोड 2021 के तहत तीसरे रिंग रोड के रूप में तैयार किया गया है. यह बहादुरगढ़ और सोनीपत को नई सड़क संपर्क देगा और मकरबा चौक, धौला कुआं तथा एनएच-9 जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों से ट्रैफिक का बोझ घटाएगा.
पूरा यूईआर-2 76 किमी लंबा है, जिसमें 54.21 किमी हिस्सा दिल्ली में और 21.5 किमी Haryana में है. 8,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह प्रोजेक्ट राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया गया है.
इससे आईजीआई एयरपोर्ट से दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिल्ली के कई हिस्सों तक पहुंचने का समय 40 से 60 प्रतिशत तक कम होगा. इसके अलावा, यह चंडीगढ़ से गुरुग्राम और आईजीआई एयरपोर्ट तक तेज कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा.
दूसरी परियोजना 10.1 किमी लंबे द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली खंड है, जिसे 5,360 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. इसमें एयरपोर्ट के पास अंडरपास, टनल और सीधे कनेक्शन शामिल हैं. यह यूईआर-2, गुरुग्राम और द्वारका को जोड़ता है और यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर तक सीधी पहुंच देता है.
दिल्ली खंड में दो हिस्से शामिल हैं- 5.9 किमी का शिव मूर्ति से द्वारका सेक्टर-21 और 4.2 किमी का सेक्टर-21 से दिल्ली-Haryana बॉर्डर तक. Prime Minister मोदी ने Haryana खंड का उद्घाटन मार्च 2024 में किया था.
यूईआर-2 निर्माण में गाजीपुर लैंडफिल से निकाले गए करीब 20 लाख टन कचरे का इस्तेमाल किया गया है. इससे कचरे के पहाड़ की ऊंचाई सात मीटर कम हो गई है. यह सतत अवसंरचना (सस्टेनेबल इन्फ्रास्ट्रक्चर) की दिशा में एक अहम पहल मानी जा रही है.
दिल्ली की Chief Minister रेखा गुप्ता ने परियोजनाओं को “शहर के लिए ऐतिहासिक तोहफा” बताया. उन्होंने कहा, “यूईआर-2 न केवल जाम कम करेगा बल्कि औद्योगिक गलियारों को जोड़ते हुए प्रदूषण घटाने और जीवन स्तर सुधारने में भी मदद करेगा. यह दिल्ली और एनसीआर के लिए भविष्य में निवेश है.”
उन्होंने आगे कहा कि यह मार्ग दिल्ली-jaipur हाइवे, केएमपी एक्सप्रेसवे और गुरुग्राम-सोहना हाइवे से जुड़कर दिल्ली-Mumbai एक्सप्रेसवे तक पहुंच प्रदान करेगा. इससे चंडीगढ़, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, jaipur और Mumbai तक यात्रा तेज और सुविधाजनक होगी.
इन दोनों परियोजनाओं से दिल्ली-एनसीआर में आवागमन सुगम होगा, व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और लाखों लोगों के जीवन की गुणवत्ता बेहतर होगी.
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डीएससी/