पीयूष गोयल सऊदी अरब जाएंगे, ऊर्जा कारोबार बढ़ाने के तरीकों पर करेंगे चर्चा

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर . आर्थिक संबंधों को और बढ़ाने तथा ‘8वें फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव’ में भाग लेने के लिए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 29-30 अक्टूबर को सऊदी अरब के दौरे पर जाएंगे.

केंद्रीय मंत्री सऊदी अरब के वाणिज्य मंत्री, उद्योग एवं खनिज संसाधन मंत्री, निवेश मंत्री और ऊर्जा मंत्रियों सहित प्रमुख सऊदी मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. इन बैठकों में ऊर्जा परिवर्तन, डिजिटल परिवर्तन और व्यापार सुविधा में सहयोगात्मक प्रयासों पर चर्चा होगी.

वित्त वर्ष 2023-24 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 43 अरब डॉलर तक पहुंच गया.

भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जबकि सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है.

मंत्री गोयल रियाद में लुलु हाइपरमार्केट में दिवाली उत्सव का उद्घाटन भी करेंगे और भारतीय समुदाय तथा विभिन्न क्षेत्रों के उभरते भारतीय नेताओं के साथ बातचीत करेंगे.

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार, वाणिज्य मंत्री भारतीय दूतावास में ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ओडीओपी) दीवार का भी अनावरण करेंगे, जिससे वैश्विक स्तर पर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्थानीय शिल्प कौशल को बढ़ावा मिलेगा.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “इस यात्रा का उद्देश्य भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करना तथा व्यापार, निवेश और आर्थिक सहयोग के नए रास्ते तलाशना है, जो भारत की बढ़ती वैश्विक आर्थिक उपस्थिति को रेखांकित करता है.”

गोयल रियाद में फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव (एफआईआई) के 8वें संस्करण में भी हिस्सा लेंगे, जिसमें कई वैश्विक नेता, निवेशक और नवोन्मेषक शामिल होंगे.

एफआईआई के दौरान मंत्री प्रमुख वैश्विक निवेशकों से बातचीत करेंगे.

मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इन वार्ताओं का उद्देश्य निवेशकों का विश्वास मजबूत करना, निवेश प्रवाह को सुविधाजनक बनाना और ‘मेक इन इंडिया’ पहल के साथ तालमेल बिठाते हुए भारत को एक पसंदीदा वैश्विक निवेश गंतव्य के रूप में बढ़ावा देना है.

पीयूष गोयल भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद के अंतर्गत अर्थव्यवस्था और निवेश समिति की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता भी करेंगे, जिसमें कृषि, खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.

एकेएस/एकेजे