मुंबई, 10 अप्रैल . केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है.
पीयूष गोयल ने कहा कि राणा को भारत लाकर देश के कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी. अहिंसा का संदेश देने के साथ-साथ हिंसा करने वालों को दंडित करना भी उतना ही आवश्यक है. आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है. साल 2008 में मुंबई में आतंकवादी हमला हुआ. उस हमले के आरोपी तहवूर राणा को हम भारत वापस ला रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लगातार प्रयास के कारण यह सफल हो पाया है. राणा पर देश के कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. अहिंसा के साथ-साथ जो हिंसा करते हैं, उनको दंड देना भी उतना ही आवश्यक है.
केंद्रीय मंत्री ने मुंबई हमले की याद दिलाते हुए कहा कि 26/11 का वह काला दिन देश कभी नहीं भूल सकता. तहव्वुर राणा जैसे आतंकवादियों को न्याय के कठघरे में लाना और पीड़ित परिवार को न्याय देना हमारी जिम्मेदारी है. देश अब आतंकवाद और हिंसा के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहा है.
पीयूष गोयल ने इस मौके पर देश में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही मुहिम की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है और इसके परिणाम अब साफ दिखाई दे रहे हैं. जहां पहले देश के 160 जिले नक्सलवाद से प्रभावित थे, वहीं अब यह संख्या घटकर मात्र 12 जिलों तक सीमित हो गई है. उन्होंने दावा किया कि 31 मार्च 2026 तक देश को पूरी तरह नक्सलवाद से मुक्त कर दिया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री ने चेतावनी दी कि नक्सली गतिविधियों में शामिल लोग या तो आत्मसमर्पण करेंगे या फिर उनका सफाया कर दिया जाएगा. आने वाले समय में देश न केवल नक्सलवाद और आतंकवाद से मुक्त होगा, बल्कि एक मजबूत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राष्ट्र के रूप में उभरेगा.
पीयूष गोयल ने देशवासियों को भगवान महावीर जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जैन धर्म का मूल सिद्धांत “जियो और जीने दो” है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए नौ संकल्पों की बात कही है. ये संकल्प न केवल समाज में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देंगे, बल्कि लोगों को एक बेहतर जीवन जीने की प्रेरणा भी देंगे.
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एकेएस/एकेजे