नई दिल्ली, 11 जुलाई . सीनियर लेग स्पिनर पीयूष चावला दोबारा उत्तर प्रदेश लौट आए हैं और वह आने वाले घरेलू सीज़न के साथ ही अगस्त में लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में होने वाली उत्तर प्रदेश टी20 लीग में भी खेलते दिखेंगे.
दो बार के विश्व चैंपियन लेग स्पिन ऑलराउंडर 2016 में उत्तर प्रदेश छोड़कर गुजरात चले गए थे. उन्होंने सात साल तक गुजरात के लिए घरेलू क्रिकेट खेला और अब वह फिर से उत्तर प्रदेश वापसी के लिए तैयार हैं. वह फ़िलहाल उत्तर प्रदेश के लिए सफ़ेद गेंद की क्रिकेट खेलते हुए नज़र आएंगे. हालांकि उन्होंने रणजी ट्रॉफ़ी खेलने की संभावना से पूर्ण इनकार नहीं किया है.
ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए चावला ने बताया कि वह सफ़ेद गेंद से उत्तर प्रदेश के लिए इस सीज़न खेलेंगे लेकिन लाल गेंद यानी रणजी ट्रॉफ़ी खेलने पर भी विचार करेंगे. चावला ने उत्तर प्रदेश के लिए अपना पिछला मैच अक्टूबर 2016 में जयपुर में बंगाल के ख़िलाफ़ खेला था, जिसमें वह चोटिल हो गए थे.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दूसरे सबसे अधिक 192 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ 35 वर्षीय चावला दो सप्ताह के अंदर अपनी ट्रेनिंग शुरू कर देंगे. अभी तक वह पहले वनडे विश्व कप और बाद में टी20 विश्व कप की कमेंट्री में व्यस्त दिखे थे.
चावला उत्तर प्रदेश के सबसे सफलतम क्रिकेटरों में से एक हैं. उन्होंने 2005 में उत्तर प्रदेश के लिए पदार्पण किया. उनके नाम तीनों फ़ॉर्मैट में मिलाकर 1014 विकेट हैं, जिसमें प्रथम श्रेणी में 445, लिस्ट ए में 254 और टी20 में 315 विकेट शामिल हैं.
वह भारत के लिए तीन टेस्ट, 25 वनडे और सात टी20 भी खेल चुके हैं और 2007 टी20 विश्व कप व 2011 वनडे विश्व कप विजेता दल के सदस्य भी थे. ऐसे में उनके अनुभव से उत्तर प्रदेश की टीम को आने वाले विजय हज़ारे और सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में जरूर मदद मिलेगी.
गुजरात जाने से पहले चावला ने उत्तर प्रदेश के लिए 80 रणजी ट्रॉफ़ी मैच खेले थे.
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