काठमांडू, 3 मई . फोनपे इंडिया ने शुक्रवार को नेपाल में एक विशेष समारोह में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) सेवाओं का प्रदर्शन किया.
इस कार्यक्रम में नेपाल के वित्तीय क्षेत्र के महत्वपूर्ण हितधारक मौजूद थे. इनमें बैंकिंग सेक्टर, भुगतान प्रणाली प्रदाता, यूपीआई स्वीकार करने वाले व्यापारी और व्यापारी संघों के प्रतिनिधि शामिल हैं. कार्यक्रम का आयोजन नेपाल के सबसे बड़े भुगतान तंत्र ऑपरेटर फोनपे पेमेंट सर्विस लिमिटेड की मदद से किया गया था जो नेपाल में भारत के एनआईपीएल जैसा है.
फोनपे नेटवर्क के सीईओ दिवस सपकोटा ने अपने संबोधन में नेपाल की डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए यूपीआई की क्षमता को रेखांकित किया. इसके बाद नेपाल की अर्थव्यवस्था और वित्तीय परिदृश्य पर सीमा पार भुगतान के प्रभाव पर पैनल चर्चा हुई.
पैनल में कुमारी बैंक के मुख्य डिजिटल बैंकिंग अधिकारी अनीश तामरकर, नेपाल टूरिज्म बोर्ड की प्रबंधक श्रद्धा श्रेष्ठ, ई-सेवा के सीईओ जगदीश खड्का और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के आईसीटी/एमआईएस कंसल्टेंट विवेक राणा शामिल थे.
पैनल चर्चा में सीमा पार भुगतान से जुड़े कई मुद्दों को उठाया गया और नेपाल की अर्थव्यवस्था तथा वित्तीय परिदृश्य पर उनके प्रभावों के बारे में बात हुई. इसके साथ ही नियामक बाधाओं और अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन को सुविधाजनक बनाने के पर भी चर्चा की गई. पैनलिस्टों ने नेपाल के पर्यटन क्षेत्र पर यूपीआई के सकारात्मक असर को रेखांकित किया, खासकर नकदी रहित भुगतान की सुविधा के जरिये पर्यटकों के समग्र अनुभव में बेहतरी के जरिये.
फोनपे (भारत) के अंतर्राष्ट्रीय भुगतान के सीईओ रितेश पाई ने कहा, “यहां नेपाल के वित्तीय क्षेत्र के महत्वपूर्ण हितधारक मौजूद हैं. इनमें फोनपे (नेपाल), अग्रणी कारोबारी और आतिथ्य तथा पर्यटन क्षेत्रों के प्रतिनिधि शामिल हैं. यह उस सामूहिक भावना का साक्षी है जो नेपाल में यूपीआई की सफलता सुनिश्चित करेगी.”
उन्होंने कहा, “नेपाल एक लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य है, विशेषकर भारतीय पर्यटकों के लिए. यूपीआई के साथ भारतीय पर्यटकों को यहां नकदरहित भुगतान की उसी सहजता का अनुभव मिलेगा जिसकी उन्हें अपने देश में आदत है – फोनपे जैसे यूपीआई समर्थित ऐप के इस्तेमाल की. यह न सिर्फ उनके पर्यटन अनुभव को बेहतर बनायेगा बल्कि डिजिटल लेनदेन को भी प्रोत्साहित करेगा.”
परिचर्चा में इस बात पर भी विचार किया गया कि सीमा पार भुगतान किस प्रकार वित्तीय संस्थानों के राजस्व प्रवाह और कारोबारी मॉडल को प्रभावित करता है. पैनलिस्टों ने नेपाल में उपभोक्ताओं के अनुभव पर यूपीआई के प्रभाव पर चर्चा की और सुगमता, इंटरऑपरेबिलिटी, सुरक्षा तथा लागत में कमी जैसे कारकों पर भी चर्चा की.
अंत में, भुगतान के वैकल्पिक तरीकों के सीमा पार भुगतान पर व्यापक वृहद अर्थव्यवस्था पर चर्चा की गई जो काफी हद तक वंचित छोटे तथा मध्यम उद्यमियों को प्रभावित करते हैं.
फोनपे नेपाल के सीईओ दिवस कुमार ने कहा, “नेपाल में सीमा पार भुगतान शुरू करने की हमारी चार साल की यात्रा अंततः सफल हुई है. नेपाल में यूपीआई भुगतान शुरू हो गया है. हम एनपीसीआई इंटरनेशनल के साथ साझेदारी में यूपीआई भुगतान की शुरुआत कर रहे हैं और फोनपे (भारत) का नेपाल में स्वागत करते हैं. हम भविष्य में सुगम डिजिटल लेनदेन के जरिये आर्थिक विकास और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने की उम्मीद करते हैं. इससे व्यापारियों और कारोबारियों को लाभ मिलेगा.”
उन्होंने कहा, “उनके अमूल्य समर्थन के लिए हम नियामकों और सरकारी एजेंसियों का तहे दिल से आभार करते हैं जिन्होंने नवाचार को स्वीकृति देते हुए डिजिटल कायाकल्प की नेपाल की यात्रा में निजी क्षेत्र के प्रयास को समर्थन दिया. हम अधिकारियों से एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार करने की अपील करते हैं जो नवाचार को अपनाता है और उसका समर्थन करता है, प्रौद्योगिकी को अद्यतन बनाने में निजी क्षेत्र के साथ भागीदारी को प्रोत्साहित करता है और आधुनिक उत्पादों तथा सेवाओं को नेपाली उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कराता है.
कार्यक्रम के अंत में पाई ने उत्पादों के बारे में बताया. उनकी प्रस्तुतीकरण में फोनपे (भारत) की यात्रा और उसके विकास के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. इसमें दिखाया गया कि यूपीआई समर्थित फोनपे ने भारत में फलता-फूलता इकोसिस्टम तैयार कर भुगतान तक सबकी पहुंच सुनिश्चित की.
इसके बाद ऐसे समाधानों का प्रदर्शन किया गया जो भारतीय पर्यटकों और नेपाली व्यापारियों दोनों के लिए मददगार होंगे. प्रस्तुतीकरण में बताया गया है कि भारतीय बाजार की सफलता की कहानी किस तरह नेपाल में भी दोहराई जा सकती है.
नेपाल भारतीय पर्यटकों के बीज काफी लोकप्रिय है जो विभिन्न पर्यटक स्थलों, रिटेल स्टोरों और अन्य स्थानों पर भुगतान के लिए यूपीआई का इस्तेमाल कर सकते हैं. यूजरों को भुगतान के समय अपने पसंदीदा यूपीआई समर्थित ऐप से सिर्फ यूपीआई कोड स्कैन करना है और नेपाल की फोनपे क्यूआर स्कीम में उनका पंजीकरण हो जायेगा.
फोनपे (नेपाल) के एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) के साथ भागीदारी में यह सुविधा प्रदान की जाएगी. इस भागीदारी के जरिये फोनपे ने विभिन्न भुगतान सेवा प्रदाताओं, अग्रणी बैंकों और वॉलेट पर क्यूआर-कोड-आधारित भुगतान को संभव बनाया है जिससे भारतीय पर्यटक लेनदेन के लिए यूपीआई का इस्तेमाल कर सकेंगे.
इसके अलावा कुछ समय बाद भारत की यात्रा पर जाने वाले नेपाल के पर्यटक अपने वॉलेट आधारित ऐप के जरिये यूपीआई क्यूआर कोड स्कैन कर आसानी से भुगतान कर सकेंगे.
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एकेजे/