जुन्नर में तेंदुए की तलाश तेज, गोली मारने की मिली अनुमति

जुन्नर, 3 नवंबर . वन विभाग उस खतरनाक तेंदुए की तलाश में जुटा है, जिसने 13 साल के रोहन पर हमला करके उसकी जान ले ली थी. उच्च अधिकारियों ने तेंदुए को देखते ही गोली मारने की अनुमति दे दी है. लोगों की सुरक्षा के लिए शार्प शूटर तैनात कर दिए गए हैं और इलाके में पिंजरों की संख्या बढ़ा दी गई है. साथ ही लोगों को तुरंत सतर्क करने के लिए अलार्म सिस्टम लगाने का काम शुरू हो गया है.

सहायक वन संरक्षक स्मिता राजहंस ने बताया कि घटना के बाद से विभाग पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है. रोहन की मौत के बाद गांव वालों में दहशत है और वे घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं. इसी वजह से तेंदुए को जल्द पकड़ने या खत्म करने का फैसला लिया गया है. शार्प शूटर दिनरात जंगल और आसपास के इलाकों में गश्त लगा रहे हैं, जहां-जहां तेंदुए के पगमार्क या शिकार के निशान मिले हैं. वहां अतिरिक्त पिंजरे लगाए गए हैं. विभाग को उम्मीद है कि जल्द ही सही तेंदुए का पता चल जाएगा.

अलार्म सिस्टम गांव के मुख्य जगहों पर लगाया जा रहा है. जैसे ही तेंदुआ नजर आएगा या पिंजरे में फंसेगा, अलार्म बजेगा और पूरे इलाके के लोग तुरंत सतर्क हो जाएंगे. इससे समय रहते लोग सुरक्षित जगह पर पहुंच सकेंगे. वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि शाम ढलने के बाद अकेले बाहर न निकलें और बच्चों का विशेष ध्यान रखें.

इस बीच, अब तक पकड़े गए नौ तेंदुओं को मानिकदोह रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है. ये तेंदुए रोहन पर हमला करने वाले नहीं हैं, लेकिन इन्हें भी खतरा मानकर पकड़ा गया था. Gujarat के वनतारा केंद्र से अनुमति मिलते ही इन्हें वहां भेज दिया जाएगा. वहां इनकी देखभाल और पुनर्वास की उचित व्यवस्था है. वन विभाग का कहना है कि निर्दोष तेंदुओं को मारना अंतिम विकल्प है, लेकिन लोगों की जान बचाना पहली प्राथमिकता है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, स्थानीय लोग राहत की सांस ले रहे हैं कि विभाग ने तेजी से कदम उठाए हैं. वे उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही तेंदुआ पकड़ा या खत्म हो जाएगा और सामान्य जीवन बहाल हो सकेगा.

एसएचके/डीकेपी