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New Delhi, 27 नवंबर . दिल्ली की Chief Minister रेखा गुप्ता ने Thursday को केंद्र Government की तरफ से शुरू की गई ‘मेरी पूंजी, मेरा अधिकार’ मुहिम के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने पत्रकारों से इस अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि इससे आम लोगों को उनके बैंक खाते में फंसे रुपए मिलने में मदद मिलेगी. मौजूदा समय में बड़ी संख्या में लोगों के पैसे बैंक में फंसे हुए हैं. ऐसी स्थिति में इस योजना से लोगों को उनके पैसे बड़ी ही आसानी से मिल जाएंगे.
Chief Minister ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि Governmentों को आम जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं रहता है, लेकिन हमारी Government ऐसी नहीं है. वह आम जनता के हितों को हमेशा से ही सर्वोच्च प्राथमिकता देती हुई आई है. यह उसी का नतीजा है कि आज की तारीख में ‘मेरी पूंजी, मेरा अधिकार’ स्कीम शुरू की गई है. अब तक इस योजना से अनेक लोग लाभान्वित हुए हैं.
उन्होंने बताया कि कई बार पिता बैंक में पैसे जमा कराकर रखते हैं, लेकिन बेटे को इस बारे में जानकारी नहीं होती है. किसी ने म्युचुअल फंड में निवेश किया था, लेकिन परिवार में किसी को इस बारे में पता नहीं होता. पिता की मृत्यु के बाद उनकी तरफ से जमा कराए गए पैसे कहां-कहां रखे गए हैं? कभी-कभी इस बारे में भी बेटे को जानकारी नहीं होती है. ऐसी स्थिति में यह योजना काफी कारगर साबित होगी.
Chief Minister रेखा गुप्ता ने कहा कि इस योजना के माध्यम से हमारी Government यही चाहती है कि आम जनता को उनका पैसा मिले. यह हमारी Government की पारदर्शिता है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आम जनता का एक भी पैसा बैंक न फंसा रहे. उन्हें उनका पैसा मिले. उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो. इस योजना के माध्यम से यह भी साफ हो चुका है कि हमारी Government पारदर्शिता के साथ काम करती है. बात जब पारदर्शिता की आती है तो हम किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं कर सकते हैं.
दिल्ली की सीएम ने बताया कि अब तक केंद्र Government के वित्त विभाग की तरफ से आम जनता को 85 हजार करोड़ रुपए की राशि दी जा चुकी है. इससे आम जनता को उनका फंसा हुआ पैसा मिलने का मार्ग प्रशस्त हुआ है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली Government भी इस दिशा में अपने कदम आगे बढ़ा चुकी है. हमारी Government भी बैंकों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगी कि राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को उनका फंसा हुआ पैसा मिले. हम आगामी दिनों में इस संबंध में बैंक से वार्ता भी करेंगे.
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एसएचके/डीकेपी