नई दिल्ली, 27 नवंबर . राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में प्रदूषण से लोगों का बुरा हाल है. कालिंदी कुंज के पास यमुना नदी के पानी में अधिक मात्रा में सफेद झाग तैरता हुआ दिखाई दिया, जिसके कारण पानी से बदबू आ रहा है. वहां से गुजरने वाले लोगों ने बुधवार को से बात की.
दिल्ली के कालिंदी कुंज के पास यमुना नदी के पानी में एक बार फिर बड़े पैमाने पर पानी में झाग तैरता दिखाई दे रहा है. जब पानी में अमोनिया एसिड बनता है, तब यह दिखाई देता है. दिल्ली सरकार पहले कई बार दावा कर चुकी है कि वह यमुना नदी की सफाई के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. हालांकि जमीनी हकीकत कुछ और है.
स्थानीय निवासी हवलदार विश्वकर्मा ने बताया कि नदी का हालात देखते हुए उसमें हाथ धोने की हिम्मत नहीं हो रही है. यमुना नदी में हम आचमन करना चाहते हैं, लेकिन पानी इतना जहरीला लग रहा है कि वहां पर जाकर पूजा करने की हिम्मत नहीं कर रहा है. हमारा सरकार से अनुरोध है कि वह यमुना की सफाई का ध्यान रखे और उसका सौंदर्यीकरण करे. दिल्ली के लोगों को पानी पीने में कितनी किल्लत होगी. इसको पीकर लोग बीमार होंगे.
एक अन्य स्थानीय निवासी ने कहा कि आज यमुना नदी गंदे नाले के रूप में दिखाई दे रही है. इसमें बहुत झाग, गंदगी और बदबू आ रही है. घाट की सुंदरता पूरी तरह से खत्म हो चुकी है. यह पानी बिल्कुल भी पीने या नहाने योग्य नहीं है. जहां तक इसमें डुबकी लगाने की बात है, लोग इस पानी के पास जाने और छूने से भी कतराते हैं. नदी से बहुत बदबू आ रही है.
पवन पांडे ने कहा कि यमुना आज के समय में बहुत ज्यादा प्रदूषित है. नदी से इतनी दुर्गंध निकलती है कि यहां पर लोग घूमने-टहलने आने से भी कतराते हैं. पहले यमुना नदी स्वच्छ और साफ थी, लेकिन जब से दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार आई है, तब से यहां का हाल बेहाल है. यमुना का पानी इतना प्रदूषित है कि यहां पर नहाना तो छोड़िए, इस पानी को हाथ में उठाने से फोड़े निकलते हैं. इस मामले में अरविंद केजरीवाल बहुत ही निकम्मे मुख्यमंत्री साबित हुए हैं.
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एससीएच/एकेजे