नई दिल्ली, 24 नवंबर . भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम ने रविवार को से बातचीत की. उन्होंने यूपी के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल सहित अन्य मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी है.
संभल की घटना पर भाजपा राष्ट्रीय महासचिव ने कहा, “मैं जानना चाहता हूं कि आज वो लोग कहां चले गए हैं जो कभी यह कहते थे कि उन्हें देश के संविधान, न्यायपालिका पर विश्वास है. कल से लेकर अभी तक कोई बयान नहीं आया है. क्योंकि वह देश में आग लगाना चाहते हैं. देश और समाज को धर्म और जाति के नाम पर बांटना चाहते हैं. संभल के लोगों को यह समझना होगा कि यह देश संविधान से चलेगा. जो कोर्ट का आदेश होगा वह मानना पड़ेगा. यहां जो आग लगाना चाहते हैं, दंगा कराना चाहते हैं और दंगों से लाभ लेना चाहते हैं. उन्हें यह समझना चाहिए कि यूपी में डबल इंजन की मोदी-योगी की सरकार है. यहां पर आतंकवाद, दंगा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कानून अपना काम करेगा.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कांग्रेस बांटने का काम कर रही है. इस पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा है कि मुझे लगता है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री को यह कहना पड़ा है. देश की जनता ने कांग्रेस को विपक्ष की भूमिका दी है. कांग्रेस पार्टी ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ की तरह काम कर रही है. कांग्रेस देश को जाति, क्षेत्र और धर्म के आधार पर विभाजित करना चाहती है और यह पार्टी विदेशी एजेंटों के माध्यम से काम कर रही है. विदेश में कांग्रेस देश की ही आलोचना कर रही है. एक वक्त ऐसा था जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी विदेशों में हमारा प्रतिनिधित्व कर रहे थे. हम कभी विपक्ष में थे, लेकिन हम हमेशा देश को आगे बढ़ाने का काम करते हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि देश की गरिमा को गिराने वाली ताकतों के साथ कांग्रेस की सांठगांठ है.
कांग्रेस जिस दल के साथ जाती है उसे कमजोर करने का काम करती है. इस पर भाजपा राष्ट्रीय महासचिव ने कहा है कि जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है. कांग्रेस की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है. कांग्रेस पार्टी जो कभी उत्तर प्रदेश से प्रधानमंत्री देती थी, आज उसको 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में प्रत्याशी तक नहीं मिले. कांग्रेस के साथ जो भी जाएगा वह डूबेगा. क्योंकि कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है. इनकी कोई वैचारिक सोच नहीं है. अब कांग्रेस परजीवी पार्टी बन चुकी है. जो इससे जुड़ेंगे वह डूब जाएंगे. यूपी में राहुल-अखिलेश की जोड़ी है लेकिन, मध्यप्रदेश में यह दोनों एक दूसरे को सहयोग नहीं करते.
उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा में समाजवादी पार्टी को टिकट नहीं दिया गया. उत्तर प्रदेश में 9 सीटों में से एक भी सीट अखिलेश यादव ने कांग्रेस को नहीं दी. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी कांग्रेस को पूछती तक नहीं है. टुकड़े-टुकड़े गैंग के सरगना की तरह काम करने से कांग्रेस विश्वास खो बैठी है.
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डीकेएम/एएस