New Delhi, 20 जून . भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने Friday को कहा कि जिन लोगों को India के डीजीएमओ, विदेश मंत्रालय और Prime Minister पर कम भरोसा है, उन लोगों को यह देखना चाहिए कि किस तरह से Pakistan का दम निकला.
भाजपा नेता ये बातें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सवाल उठाने वाले लोगों को आड़े हाथों लेते हुए कहा. उन्होंने कहा कि जो लोग भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सवाल उठा रहे हैं या Prime Minister की भूमिका को शक की नजर देख रहे हैं. ऐसे लोगों एक बार जरा Pakistan का सूरते हाल भी देख लेना चाहिए कि मौजूदा समय में उनकी क्या स्थिति हो चुकी है.
शहजाद पूनावाला ने कहा कि Pakistan के विदेश मंत्री ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि भारतीय सेना ने हमारे यहां पर तबाही मचा दी है. हमारी हालत पस्त कर दी है.
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना की कार्रवाई से बदहाल हो चुका Pakistan मदद के लिए ना सिर्फ अमेरिका गया, बल्कि सऊदी अरब भी गया, लेकिन उसे वहां भी निराशा हाथ लगी. यहां एक बात गौर करने वाली है कि जिस तरह से उसने अमेरिका से मदद की गुहार लगाई, उससे एक बात जाहिर है कि इस मामले में अमेरिका की कोई भी भूमिका नहीं थी. अगर होती, तो आज वो अमेरिका के पास नहीं जाता और अमेरिका उसे मना नहीं करता. दूसरी बात, Pakistan ने खुद वैश्विक मंच पर गुहार लगाई थी कि कोई तो India को रोक ले. इसके बाद Pakistan के डीजीएमओ ने India के डीजीएमओ को फोन किया. इसका मतलब साफ है कि हमने ना ही सीजफायर किया, ना ही सरेंडर और ना ही इस मामले में किसी तीसरे मुल्क की कोई भूमिका रही. इसके बावजूद भी कुछ लोग अपने Political फायदे लिए इस पूरे मामले में तरह-तरह की अवधारणाओं को जन्म दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसा करके कुछ एलओपी की भूमिका को भी बदलने की कोशिश कर रहे हैं. अब लोग इसे ‘लीडर ऑफ Pakistan’ की भूमिका में तब्दील करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे हम लोग किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं. जब Pakistanी विदेश मंत्री खुद सामने आकर यह स्वीकार कर रहे हैं कि हिंदुस्तानी सेना ने हमारे यहां पर तबाई मचाई है.
शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. कहा कि यह कहने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि कांग्रेस आधुनिक समय की मुस्लिम लीग है. जिसे राष्ट्रहित से कोई सरोकार नहीं है. जिन्ना जैसा विभाजनकारी सोच लेकर चलता था, वैसे ही कांग्रेस लेकर चल रही है. कांग्रेस ने यहां तक कहा था कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों का है. कांग्रेस ने मुस्लिमों के लिए बजट आवंटित कर दिया. कांग्रेस ने सिविल कॉन्ट्रेक्ट में भी मुस्लिमों को आरक्षण दिया. ओबीसी और एससी, एसटी का आरक्षण काटकर मुस्लिमों को दिया गया.
वहीं, उन्होंने चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ को लेकर कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस Government अपनी जवाबदेही स्वीकार करने से बच रही है. कभी यह Government भीड़ पर आरोप लगा रही है, तो कभी Police तो कभी मैनेजेमेंट पर. कुल मिलाकर इससे यह साफ हो चुका है कि कर्नाटक की कांग्रेस Government को जनता के हितों से कोई लेना-देना नहीं है. अगर होता, तो आज उसका रवैया ऐसा नहीं होता. कांग्रेस ने ऐसा करके एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि उसे हमेशा से ही राजनीति प्यारी है और आगे भी रहेगी.
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर Police के मना करने पर भी चिन्नास्वामी स्टेडियम में इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए. इस पूरी व्यवस्था को करने की इजाजत किसने और क्यों दी. सिद्धारमैया और शिवकुमार अपनी जवाबदेही से क्यों बच रहे हैं?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को वो व्यक्ति पसंद नहीं है, जो परिवार से ज्यादा देश को तवज्जो दे.
उन्होंने कहा कि शशि थरूर ने जब राजनीति से ज्यादा देश को तवज्जो दी, तो उन्हें उदित राज से गाली पड़वा दी. उन्हें अपमानित किया गया. कांग्रेस ने ऐसा व्यवहार सिर्फ शशि थरूर के साथ ही नहीं, बल्कि उन सभी लोगों के साथ किया, जिन्होंने राजनीति से ज्यादा देश नीति को तवज्जो दी.
इसके अलावा, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बाबासाहेब आंबेडकर और संविधान के अपमान का गंभीर आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि हाल ही में लालू यादव के कार्यकर्ताओं द्वारा बाबा साहेब की तस्वीर को उनके पैरों तले रखने का वीडियो सामने आया, जो आरजेडी की मानसिकता को दर्शाता है.
पूनावाला ने दावा किया कि आरजेडी और कांग्रेस का इतिहास आंबेडकर और संविधान के प्रति असम्मान का रहा है. उन्होंने कहा, “लालू जी के एक कार्यक्रम में बाबा साहेब की तस्वीर को अपमानजनक तरीके से रखा गया. राहुल गांधी के एक पुराने कार्यक्रम में भी ऐसा ही हुआ था. कांग्रेस ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को दो बार चुनाव में हराया और India रत्न से वंचित रखा.”
उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस पर सामंतवादी और जंगल राज को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये दल संविधान के बजाय परिवारवाद को प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आरजेडी और कांग्रेस धर्म के आधार पर मुस्लिम आरक्षण की वकालत करते हैं, जो संविधान के खिलाफ है.
पूनावाला ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि सामाजिक न्याय की बात करने वाले इस मामले में चुप क्यों हैं? एससी आयोग ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाया है और जांच शुरू कर दी है.
पूनावाला ने Prime Minister मोदी के बिहार दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार को जंगल राज से सुशासन की ओर ले जाने में पीएम मोदी का योगदान अहम है. बिहार केवल एक प्रदेश नहीं, बल्कि देश को दिशा देने वाला राज्य है. पीएम मोदी बार-बार बिहार आकर विकास का संदेश दे रहे हैं, लेकिन परिवारवादी और जंगल राज के समर्थकों को यह पसंद नहीं.
–
एसएचके/जीकेटी