अंबिकापुर, 27 सितंबर . छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर में नवरात्रि के दौरान हिंदू संगठनों ने दो निजी होटलों में यूट्यूबर एल्विश यादव और प्रभावशाली अंजलि अरोड़ा के गरबा-डांडिया कार्यक्रमों का विरोध किया. विरोध स्वरूप प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर जलाए.
हिंदू संगठन के प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ऐसे कलाकारों को कार्यक्रम की अनुमति नहीं होनी चाहिए, जिनका धर्म से कोई लेना-देना न हो. प्रदर्शनकारियों ने आयोजकों से अनुरोध किया कि वे ऐसे कलाकारों को कार्यक्रमों में न बुलाएं.
एक प्रदर्शनकारी, धीरज सिंह, ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि नवरात्रि के दौरान डांडिया और गरबा कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. ये धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण कार्यक्रम हैं, और ऐसे कार्यक्रमों में, जिनका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है और जो केवल अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं, वे समाज को क्या संदेश देंगे? ऐसे कलाकार हमारे समाज के लिए आदर्श नहीं हो सकते. इसलिए, हम एल्विस यादव और अंजलि अरोड़ा जैसे कलाकारों का विरोध कर रहे हैं. आज हमने विरोध में स्थानीय चौक पर पोस्टर भी जलाए, और हम आयोजकों से अनुरोध करते हैं कि वे ऐसे कलाकारों को अपने कार्यक्रमों में न बुलाएं.
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि डांडिया और गरबा के कार्यक्रम में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बुलाकर शहर की शांति को भंग करने का काम किया जा रहा है. हमारी मांग है कि यह आयोजन किया जाए लेकिन ऐसे लोगों को न बुलाया जाए.
वहीं, होटल संचालक ने आश्वासन दिया है कि वे हिंदू समाज के समर्थन में हैं. होटल संचालक मुकेश अग्रवाल ने कहा कि हम सिर्फ हिंदू धर्म के लोगों को प्रवेश देंगे. होटल में अश्लीलता फैलाने वाले लोगों पर सख्ती की जाएगी. डांडिया पूरी तरह से हिंदुत्व के माहौल में खेला जाएगा. हमें कलाकारों के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि कौन आ रहा है. नए कलाकारों के बारे में युवाओं को ज्यादा जानकारी होती है. मैं हिंदू समाज का पूरा समर्थन करता हूं.
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एएसएच/डीएससी