दमोह, 2 जनवरी . केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. ‘प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना’ (पीएमएसबीवाई) इसी में से एक है. इससे मध्य प्रदेश के दमोह जिले में भी लोग लाभान्वित हो रहे हैं. इस योजना के अंतर्गत एक्सीडेंटल केस में नॉमिनी को दो लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाती है.
दरअसल, मध्यप्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं की खबरें लोगों को चिंता में डाल रही थीं, इससे कई लोग अपने जान गंवा रहे थे. ऐसे मुश्किल हालातों में पीड़ित परिवारो के लिए ‘प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना’ किसी वरदान से कम नहीं हैं. इसके अंतर्गत सिर्फ 20 रुपये में 1 साल के लिए मिलने वाला यह सुरक्षा कवच कई गरीब जरूरतमंदों के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है.
‘प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना’ से कई गरीब परिवार लाभान्वित हो रहे हैं. इसी में से एक दमोह जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर दूर अभाना गांव का रहने वाला परिवार है. इस परिवार के मुखिया गुड्डन सपेरा के 5 बच्चे और पत्नी गुमता बाई हैं. एक दिन सड़क दुर्घटना में 16, सितंबर, 2023 को गुड्डन सपेरा की मृत्यु हो गई . मुश्किल हालात में पत्नी गुमता बाई को पता चला कि उनके पति गुड्डन सपेरा ने 1 साल में 20 रुपये वाला प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा करवाया था. इसकी किश्त के रूप में हर साल गुड्डन के बचत खाते से 20 रुपये की राशि कटती थी.
इसके बारे में जानकारी मिलने के बाद गुमता बाई ने न्याय की गुहार लगाते हुए दमोह कलेक्ट्रेट पहुंचकर 24 सितंबर 2024 को जनसुनवाई में आवेदन दिया. इसके कुछ दिनों के ही अंदर उनके बचत खाते में दो लाख रुपये की राशि आ गई. मुसीबत की घड़ी में इस आर्थिक सहायता से वो काफी खुश हैं. गुमता बाई ने को बताया कि “प्रधानमंत्री की यह योजना बहुत ही किफायती है, जिसका सालाना प्रीमियम मात्र 20 रुपये है. पति को सड़क दुर्घटना में खो देने के बाद भूखे पेट मरने की नोबत आ गई थी. लेकिन मेरे पति ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा कराकर रखा था, जिसका क्लेम करने से हमें दो लाख रुपये मिले हैं और आज हमारे बच्चे सुरक्षित हैं.”
प्रमुख जिला प्रबंधक नरेंद्र सोनी ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में 20 रुपये का प्रीमियम 1 साल के लिए होता है. जिसका भी बचत खाता किसी भी बैंक में हो, वह व्यक्ति इसका लाभ ले सकता है. इसमें सिर्फ एक्सीडेंटल के केस में ही हितग्राही को 2 लाख रुपये की राशि नॉमिनी के खाते में दिया जाता है. उन्होंने बताया कि जिले में हर महीने में करीब 10 से 12 लोग प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से लाभान्वित हो रहे हैं.
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एससीएच/