Mumbai , 30 जुलाई . शिवसेना (यूबीटी) ने आतंकियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन महादेव’ पर सवाल उठाए हैं. उद्धव ठाकरे की पार्टी ने दावा किया कि Government ने विपक्ष के सवालों की बौछार से बचने के लिए सुलेमान जैसे मामले को गढ़ा है. बता दें कि सुलेमान लश्कर का आतंकी है, जिसे ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत सेना ने Monday को ढेर किया. यह आतंकी पहलगाम हमले में शामिल था.
शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा कि भाजपा ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक Political तमाशा बनाया है. पार्टी ने यह भी कहा कि भाजपा का हिंदुत्व और देशभक्ति सिर्फ पाखंड है.
‘ऑपरेशन महादेव’ की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करते हुए शिवसेना-यूबीटी ने कहा, “संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा चल ही रही थी कि कश्मीर में तीन आतंकियों के मारे जाने की खबर आई. कहा गया कि उनमें से एक सुलेमान पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड था. क्या अब कोई इस पर विश्वास करेगा?”
संपादकीय में आरोप लगाया गया, “लोगों का Government से विश्वास उठ गया है. ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में विपक्ष के सवालों से बचने के लिए Government सुलेमान जैसे मामले गढ़ने का हथकंडा अपना रही है. Lok Sabha में Government बेनकाब हो गई है.”
शिवसेना-यूबीटी ने संपादकीय में बहस के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान का हवाला दिया और पूछा, “क्या Government पहलगाम में मारे गए 26 लोगों के घर जाकर उन्हें बता सकती है कि हमने बदला ले लिया है? अब आप भारत-Pakistan क्रिकेट मैच देख सकते हैं?”
सामना के संपादकीय में आगे कहा गया, “Prime Minister मोदी ने Pakistanियों को चेतावनी दी थी कि ‘पानी और खून साथ-साथ नहीं बहेंगे’, लेकिन जय शाह की कृपा से भारत-Pakistan क्रिकेट मैच जरूर होने वाला है. इस पर अमित शाह का क्या कहना है?”
संपादकीय में कहा गया, “विपक्ष के सदस्यों जैसे गौरव गोगोई, अरविंद सावंत, सुप्रिया सुले और ओवैसी ने Government की सुरक्षा में चूक और ऑपरेशन सिंदूर के परिणाम पर गंभीर सवाल उठाए, लेकिन पीएम मोदी Lok Sabha में विपक्ष के सवालों का सामना करने के बजाय अपने कक्ष में बैठे रहे.”
शिवसेना-यूबीटी ने पूछा, “Prime Minister ने social media पर कहा कि राजनाथ सिंह और जयशंकर ने बेहतरीन भाषण दिए. तो क्या भाजपा और उनके मंत्रिमंडल के लोगों के पास विपक्षी नेताओं की तारीफ करने के लिए स्याही खत्म हो गई है? जो लोग यह कहकर कि ‘हम पीओके के लिए जान दे देंगे,’ बड़ी-बड़ी डींगे हांक रहे थे, वे पीओके के India में विलय का अवसर आने पर युद्ध के मैदान से भाग गए और क्रिकेट के मैदान में Pakistanियों के साथ खेलने लगे. यह देशद्रोह है और ऐसे लोगों का कोर्ट मार्शल होना चाहिए.”
सामना के संपादकीय में आगे लिखा गया है, “ये लोग (भाजपा) युद्ध में भी भावनात्मक राजनीति और हिंदुत्व ले आए. India में पहले ‘ऑपरेशन विजय’ और ‘ऑपरेशन पराक्रम’ जैसे सफल अभियान चलाए गए थे, लेकिन ‘ऑपरेशन महादेव’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे भावनात्मक खेल Prime Minister मोदी के कार्यकाल में शुरू हुए. इससे सेना के पराक्रम का महत्व कम हुआ है.”
‘भारत-Pakistan युद्ध में पांच जेट गिराए गए’, डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे पर शिवसेना-यूबीटी ने कहा, “राजनाथ सिंह संसद में इस पर बोल नहीं पाए. उन्होंने गोलमोल जवाब दिए.”
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डीसीएच/एएस