मैसूरु (कर्नाटक), 18 मार्च . पूर्व मैसूरु शाही परिवार के वंशज और मैसूर-कोडगु संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार यदुवीर वाडियार ने सोमवार को कहा कि लोगों को अपनी शिकायतें लेकर महल में आने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वह बाहर निकलेंगे और एक आम पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे.
मैसूर के एक होटल में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ”मैं महल से बाहर निकलूंगा और एक आम पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा.”
यदुवीर वाडियार ने कहा, ”मेरे पिता चार बार सांसद रहे. हमारे सभी दलों से अच्छे संबंध हैं. मेरे विचार भाजपा की विचारधारा से मेल खाते हैं. महल से लोगों का भावनात्मक लगाव है. संविधान के तहत सभी बराबर हैं. मैं भी दूसरेे लोगों की तरह एक सांसद के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभाऊंगा. तकनीक के माध्यम से संचार किया जा सकता है. आपको (लोगों को) महल में आने की जरूरत नहीं है. मैं महल से बाहर आऊंगा. मैं ये इसलिए नहीं कह रहा हूं, क्योंकि मैं राजा हूं. महल की एक विरासत है. इसके अलावा मैं आम नागरिक ही रहूंगा. मुझे सांसद के रूप में भी संबोधित किया जा सकता है और प्रतिनिधि के रूप में भी.”
उन्होंने कहा, “मेरी मां प्रमोदा देवी वाडियार को चुनाव प्रचार के लिए आने की कोई जरूरत नहीं है. उनका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहेगा.”
मौजूदा सांसद प्रताप सिम्हा, जिन्हें मैसूर-कोडगु सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया गया था, वह भी अभियान में शामिल हुए.
सांसद सिम्हा ने कहा, ”मैंने पार्टी या पार्टी के लोगों को धोखा नहीं दिया है. भाजपा आलाकमान ने मुझे यह नहीं बताया कि 2014 में मुझे चुनाव के लिए टिकट क्यों दिया गया था. मैंने यह भी नहीं पूछा कि उन्होंने मुझे टिकट देने का फैसला क्यों किया. अब मैं यह सवाल नहीं उठाऊंगा कि मुझे टिकट क्यों नहीं दिया गया.”
सांसद ने कहा, “यह अप्रासंगिक है कि मुझे कांग्रेस पार्टी से कोई प्रस्ताव मिला है या नहीं. यदुवीर वाडियार की जीत सुनिश्चित करना हमारे लिए महत्वपूर्ण है. देश को प्रधानमंत्री मोदी की जरूरत है. पीएम मोदी के पक्ष में हाथ उठाने के लिए हमें मैसूरु से एक प्रतिनिधि की जरूरत है. पार्टी मेरी मां की तरह है और मेरा यही मतलब है.”
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