बिहार दिवस पर पटना के गांधी मैदान में अभिजीत भट्टाचार्य के गीतों पर थिरके लोग

पटना, 23 मार्च . बिहार के पटना स्थित गांधी मैदान में शनिवार को बिहार दिवस के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में हिंदी फिल्मों के मशहूर गायक अभिजीत भट्टाचार्य पहुंचे. गायक ने अपने सुरों से महफिल सजाई. उनके गीतों पर गांधी मैदान में आए लोग थिरकते हुए भी नजर आए. बिहार दिवस को लेकर पटना में 22 से 24 मार्च तक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिसमें कई कलाकार अपनी कला की प्रस्तुति देंगे.

पटना के गांधी मैदान में अभिजीत भट्टाचार्य को सुनने आए लोगों ने न्यूज एजेंसी से बातचीत की. शिप्रा सिंह ने कहा कि मैं बिहार दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पिछले 8 साल से यहां आ रही हूं. आज अभिजीत के गीतों को सुनकर काफी आनंद मिला है. बिहार में इस तरह का आयोजन देख काफी अच्छा लगता है. बिहार काफी बदला है, लेकिन बिहार को और बदलने की जरूरत है.

भावना ने कहा कि बिहार तेजी से विकास की पथ पर बढ़ रहा है. यहां आकर काफी अच्छा लग रहा है. शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव की जरूरत है. लेकिन, पहले की तुलना में बदलाव हुआ और बदलाव की जरूरत है.

एक अन्य महिला ने बताया कि यहां आकर काफी अच्छा लग रहा है. हर साल यहां आते हैं और आनंद उठाते हैं. पहले की तुलना में बहुत बदलाव आया है. शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति हुई है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव लाने की जरूरत है.

बता दें कि बिहार दिवस को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने पोस्ट में लिखा, “आज पटना स्थित गांधी मैदान में बिहार दिवस 2025 (22-24 मार्च) का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया. बिहार के 113 वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित इस तीन दिवसीय कार्यक्रम की थीम ‘उन्नत बिहार, विकसित बिहार’ रखी गई है. इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. ग्रामीण विकास विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी भी देखी तथा वहां उपस्थित जीविका दीदियों से बातचीत भी की. साथ ही बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा प्रकाशित पुस्तिका ‘डिजास्टर रिस्क रिडक्शन रोड मैप ऑफ बिहार’ तथा ‘मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम’ (कक्षा- 9-12) का विमोचन किया. इसके पश्चात गांधी मैदान में आयोजित पटना पुस्तक महोत्सव का शुभारंभ किया. वहां विभिन्न प्रकाशनों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण भी किया.”

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