स्वच्छता अभियान से लोग हुए जागरूक, पर्यटकों ने की पीएम मोदी की तारीफ

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर . स्वच्छ भारत अभियान को 10 साल पूरे हो गए हैं. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2014 को लाल किले से स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा की थी. इसके बाद 2 अक्टूबर 2014 को देशभर में स्वच्छ भारत अभियान को राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया. इस अभियान को साल 2024 में गांधी जयंती के दिन दस साल पूरे हो गए. देशभर में स्वच्छ भारत अभियान का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. इसे लेकर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. दिल्ली के कुतुब मीनार घूमने आए पर्यटकों ने स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ की. इस दौरान पर्यटकों ने इस अभियान के ल‍िए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की.

पर्यटक मुन्ना साव ने से बात करते हुए कहा कि हम बिहार के भागलपुर से कुतुब मीनार के परिसर का भ्रमण करने आए हैं. यहां काफी साफ-सफाई है. पिछले दस सालों में हम जहां भी गए, सब जगह साफ-सुथरा ही पाया. पीएम मोदी की यह पहल देश हित में काफी अच्छी है. इस अभियान के तहत पूरे देश में साफ-सफाई की जा रही है. आज तक हम जहां भी गए, लोग इस पहल को लेकर काफी जागरूक हैं. रेलवे स्टेशन पर भी हमने काफी साफ-सफाई देखी. ऐसी साफ-सफाई 10-15 साल पहले देखने को नहीं मिलती थी.

पर्यटक बिट्टू कुमार ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर जगह सफाई देखने को मिली है. इस अभियान को लेकर लोग काफी जागरूक हैं. लोग अब कहीं भी कूड़ा फैलाने से पहले दो बार सोचते हैं. वे कूड़ा फेंकने के लिए रखे गए डस्टबिन का ही इस्तेमाल करते हैं. दिल्ली के सभी पर्यटक स्थलों पर साफ-सफाई देखने को मिली है. पीएम मोदी ने यह अभियान लाकर बहुत अच्छा काम किया है.

निसार ने से कहा कि हर साल 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत अभियान मनाया जाता है. देशभर में लोग जागरूक हो रहे हैं. अब सार्वजनिक जगहों या घरों में डस्टबिन रखे जा रहे हैं. सरकार ने हर घर से कूड़ा इकट्ठा करने के लिए नीले और हरे रंग के डस्टबिन बांटे हैं. यह बहुत अच्छा संकेत है कि भविष्य में भारत पूरी तरह से स्वच्छ हो जाएगा. अगर सरकार यहां-वहां कूड़ा फेंकने वालों पर थोड़ा जुर्माना लगाने का प्रावधान लेकर आए तो और अधिक सफाई देखने को मिल सकती है.

रजिया सुल्तान ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान हम सभी के लिए गर्व की बात है. अपने आसपास के वातावरण को साफ रखना हम सभी का कर्तव्य है. कुतुब मीनार को साफ रखना चाहिए, क्योंकि यह हमारी विरासत है. यह पर्यटन का बड़ा माध्यम है. विदेशी लोग भी यहां घूमने आते हैं. अगर साफ-सफाई रहेगी, तो दूसरे देशों में अच्छा संदेश जाएगा.

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