पीसीपी ने ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणी पर खैबर पख्तूनख्वा के सीएम से माफी की मांग की

इस्लामाबाद, 11 सितंबर . प्रेस काउंसिल ऑफ पाकिस्तान (पीसीपी) ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर से कहा है कि वह पत्रकारों के खिलाफ टार्नोल में एक जनसभा के दौरान की गई अपनी “अपमानजनक” टिप्पणियों के लिए माफी मांगें.

पाकिस्तान के प्रमुख दैनिक डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पीसीपी अध्यक्ष अरशद जादून ने 8 सितंबर को की गई सीएम गंडापुर की टिप्पणियों की निंदा करते हुए इसे “गैर-जिम्मेदाराना और अनुचित” बताया है. खासकर महिला पत्रकारों पर की गई अभद्र टिप्पणियों की घोर निंदा की है.

पीसीपी के बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि सीएम गंडापुर की भाषा गैर-पेशेवर और अपमानजनक थी, जो उनके कार्यालय की गरिमा को कम करती है और जनता के लिए एक खराब उदाहरण स्थापित करती है.

जादून ने कहा, “प्रांत के मुख्य कार्यकारी के रूप में, यह उम्मीद की जाती है कि आप अपने संचार में शिष्टाचार और सम्मान का स्तर बनाए रखेंगे. अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल न केवल आपके कार्यालय की गरिमा को कमजोर करता है बल्कि खैबर पख्तूनख्वा के नागरिकों के लिए एक खराब उदाहरण भी पेश करता है.”

पीसीपी के निर्देश में पीसीपी अध्यादेश की धारा 8 का उल्लेख किया गया है, जिसमें परिषद को प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा करने और पत्रकारों और मीडिया संस्थानों की शिकायतों को दूर करने का आदेश दिया गया है.

इसी के अनुरूप, पीसीपी ने सीएम गंडापुर से पत्रकारों, विशेषकर महिला पत्रकारों के बारे में “अश्लील और गैर-जिम्मेदाराना भाषा” का इस्तेमाल करने से बचने का आह्वान किया है.

सीएम गंडापुर को नोटिस जारी होने के 15 दिनों के भीतर औपचारिक माफी मांगने के लिए कहा गया है. इस अनुरोध का पालन नहीं करने पर परिषद द्वारा आगे की कार्रवाई की जा सकती है.

पीसीपी के हस्तक्षेप से पत्रकारों के साथ व्यवहार और सार्वजनिक संवाद में सम्मान की आवश्यकता के बारे में चिंताएं उजागर होती हैं.

एसएम/एएस