लखनऊ, 22 फरवरी . बुंदेलखंड के ललितपुर में प्रस्तावित बल्क ड्रग फार्मा पार्क को विकसित करने का काम जल्द शुरू होगा. उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने इसके लिए 25 करोड़ रूपये स्वीकृत करते हुए जल्द से जल्द धनराशि जारी करने के निर्देश दिए हैं.
इस धनराशि से फार्मा पार्क के प्रथम चरण को विकसित करने के लिए सब स्टेशन एवं ट्रांसमिशन लाइन के साथ अप्रोच रोड के चौड़ीकरण का कार्य कराया जाएगा. इसके अलावा, संबंधित अधिकारियों को जल्द ही मास्टर प्लान के साथ ही डीपीआर बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं.
मंत्री नंदी ने कहा कि जनपद ललितपुर को उत्तर प्रदेश में फार्मा उद्योग का हब बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बल्क ड्रग फार्मा पार्क विकसित करने की घोषणा की थी. जिसे अब आगे बढ़ाते हुए धरातल पर लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. ललितपुर के 5 गांवों की 1,472 एकड़ भूमि पर ड्रग फार्मा पार्क बनना है, जिसे दो चरणों में विकसित किया जाना है.
औद्योगिक विकास मंत्री ने फार्मा पार्क विकसित करने के लिए प्रस्तावित कार्यों को स्वीकृति प्रदान करते हुए 25 करोड़ की धनराशि जारी करने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत 7.50 करोड़ की धनराशि से उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन द्वारा सब स्टेशन एवं ट्रांसमिशन का कार्य, 17.37 करोड़ की धनराशि से उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग द्वारा पहुंच मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य तथा 12.71 लाख की धनराशि से सर्वे एवं मृदा परीक्षण का कार्य कराया जाएगा.
इसी के साथ ललितपुर को जेनेरिक दवाओं के उत्पादन हब के तौर पर विकसित करने का रास्ता साफ हो गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुसार फेज-1 में 300 एकड़ भूमि के विस्तृत मास्टर प्लान व परियोजना रिपोर्ट तैयार कराकर विकास कार्यों को धरातल पर लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को विस्तृत मास्टर प्लान व प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराने के निर्देश दिए गए हैं.
ललितपुर में फार्मा पार्क के लिए मडावरा तहसील के तहत आने वाले सैदपुर में 426 व गडोलीकलां में 249 एकड़, महरौनी तहसील के तहत आने वाले लरगन में 239, करौंदा में 116 एकड़ व रामपुर में 441 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है. यूपीसीडा द्वारा आधुनिक सर्वेक्षण तकनीकों जैसे डिजिटल टोटल स्टेशन, डीजीपीएस, ड्रोन आदि का उपयोग करके मानचित्र तैयार कराया जा रहा है.
ललितपुर में बल्क ड्रग फार्मा पार्क के विकास के लिए फेज-1 में यूपीसीडा ने विस्तृत मास्टर प्लान व प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के लिए नेशनल कॉम्पटिटिव बिडिंग (एनसीबी) के जरिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) व रिक्वेस्ट फॉर क्वॉलिफिकेशन (आरएफक्यू) प्रक्रिया के जरिए आवेदन मांगे हैं.
–आईएएएस
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