पटना, 2 नवंबर . बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकआस्था के महापर्व छठ के मद्देनजर शनिवार को छठ घाटों का निरीक्षण किया. उन्होंने स्टीमर द्वारा नासरीगंज घाट के अलावा विभिन्न गंगा घाटों का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने घाटों की सफाई, सुरक्षा एवं स्वच्छता तथा श्रद्धालुओं की सुविधा की जानकारी आधिकारियों से ली.
एक सप्ताह के दौरान यह दूसरा मौका है जब नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगियों के साथ गंगा घाट पहुंचे. उन्होंने छठ घाटों की तैयारियों का निरीक्षण किया और जो भी कमी दिखी, उसे दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को व्रतियों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, इसे लेकर एक-एक चीज की तैयारी कर लेने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव सहित कई नेता और अधिकारी भी थे.
महापर्व छठ में पटना के गंगा घाट पर लाखों लोग भगवान भास्कर को अर्घ्य देने पहुंचते हैं. इस साल छठ घाटों की तैयारी दिवाली के पहले से ही प्रारंभ कर दी गई थी. इस वर्ष 5 नवंबर को नहाय-खाय के साथ ही छठ महापर्व की शुरूआत हो जाएगी.
छठव्रती 6 नवंबर को खरना करेंगी. जबकि, 7 नवंबर को डूबते भगवान भास्कर को अर्ध्य देंगी. इसके अगले दिन 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जाएगा.
छठव्रतियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसको लेकर पटना जिला प्रशासन पूरी तरह से सजग दिख रहा है. गंगा घाटों पर जिला प्रशासन की तरफ से तमाम तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं.
पटना में गंगा नदी सहित करीब 550 जगहों पर प्रशासनिक तौर पर घाट बनाने का कार्य किया जा रहा है. गंगा किनारे 102 घाटों को छठव्रतियों के लिए तैयार किया जा रहा है. वहीं, पार्कों में 45 तथा 60 से अधिक तालाबों और अन्य स्थानों पर इसकी तैयारी की जा रही है.
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एमएनपी/एबीएम