जबलपुर, 29 दिसंबर . मुख्य रेलवे (Railway)स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों (Passengers) को ऑटो चालकों की मनमानी से बचाने के लिये शुरू की गई प्रीपेड ऑटो बूथ सेवा महज शोपीस बनकर रह गई. मुख्य रेलवे (Railway)स्टेशन पर सीमित यात्री उतरने के कारण प्रीपेड ऑटो बूथ पर रजिस्टर्ड ऑटो चालक यहां से अपना नाम कटवा रहे हैं. जिसके कारण अब प्रीपेड ऑटो सेवाए पोस्टपेड ऑटो सेवा में बदल रही है, मुख्य रेलवे (Railway)स्टेशन से संचालित होकर लौटने और गुजरने वाली लगभग डेढ़ दर्जन ट्रेनों के 1820 हजार यात्रियों (Passengers) को प्रीपेड ऑटो सेवा बमुश्किल मिल रही है, जिसके कारण यह सेवा अब पोस्टपेड सेवा में बदल रही है प्रीपेड ऑटो सेवा से ऑटो चालकों का मोहभंग हो रहा है, वे बूथ से कुछ दूरी पर खड़े होकर यात्रियों (Passengers) से अपने हिसाब से किराया वसूल रहे हैं.
ऑटो चालकों का कहना है कि कोरोना के कारण ट्रेने बंद होने और अब गिनी चुनी ट्रेनें चलने के कारण बहुत कम यात्री उतर रहे हैं. ऑटो चालक अपने हिसाब से तय कर किराया ऑटो चालकों से वसूल रहे हैं, प्रीपेड ऑटो बूथ सेवा दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहता है, जब यात्री ट्रेनों से उतरते हैं तो उन्हें प्रीपेड बूथ नजर नहीं आता और उन्हें सैकड़ों ऑटो खड़े नजर आते हैं. जो मुंहमांगा किराया देने पर ही अपनी सेवा यात्रियों (Passengers) को मुहैया कराते हैं, प्लेटफार्म नं. 6 के बाहर प्रीपेड बूथ सेवा उपलब्ध है. एक वर्ष पूर्व शुरू की गई इस सेवा के तहत 500 ऑटो रजिस्टर्ड हैं.