बाबा महाकाल की सवारी में लोक कलाकारों की हिस्सेदारी

उज्जैन, 22 जुलाई . मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में श्रावण मास में सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी निकलती है. पहले सोमवार के मौके पर बाबा महाकाल की सवारी निकल रही है. इसमें तमाम श्रद्धालु तो शामिल हो ही रहे हैं, साथ में लोक कलाकार भी अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं.

मान्यता है कि बाबा महाकाल श्रावण मास के मौके पर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलते हैं. बाबा महाकाल की मंदिर से शुरू होकर सवारी शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरती है. आज श्रावण मास का पहला सोमवार है और बाबा महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने निकले हैं. पूरा शहर भक्ति भाव के रंग में रंगा हुआ है और हर भक्त जयकारा लगा रहा है.

राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि आदिवासी अंचल के कलाकार भी सवारी में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. सावन का महीना और सोमवार के दिन बाबा महाकाल अपने धाम से नगर भ्रमण के लिए निकलते हैं. मां क्षिप्रा के किनारे से लेकर धूमधाम से पूरे नगर में जब सवारी निकलती है तो उस सवारी का उत्साह और उमंग देखने लायक होता है. देश और दुनिया से लोग इस सवारी का दर्शन करने के लिए और अपनी मनोकामना लेकर नगर में आते हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष प्रबंध किए गए हैं. इस वर्ष हमारे धार, झाबुआ के दल ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. ये क्रम और बढ़ता जाएगा. इतना ही नहीं मध्यप्रदेश शासन के मंत्रीगण उसमें शामिल होंगे. पहले सोमवार को मंत्री तुलसी सिलावट मेरी ओर से वहां पर प्रतिनिधि के रूप में शामिल होंगे.

एसएनपी/एबीएम