खार्तूम, 8 अक्टूबर . अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के एक हमले में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई जबकि 59 अन्य घायल हो गए. यह हमला पश्चिमी सूडान के उत्तरी दारफुर राज्य के एल फशेर में विस्थापितों के शिविर पर हुआ.
उत्तरी दारफुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक इब्राहिम खातिर के अनुसार, दो दिन तक अबू शौक शिविर पर हमला हुआ. रविवार को दो लोगों की मौत हुई जबकि सोमवार को पांच और लोग मारे गए.
खातिर ने सिन्हुआ समाचार एजेंसी से फोन पर बात करते हुए कहा कि रविवार की बमबारी में 20 लोग घायल हुए, जबकि सोमवार को 39 लोग घायल हुए.
गैर-सरकारी संगठन, सूडानी डॉक्टर्स नेटवर्क ने नागरिक क्षेत्रों पर गोलाबारी की निंदा की. संगठन ने कहा कि इस हमले विस्थापितों और नागरिकों की पीड़ा और बढ़ गई है. ये लोग पहले से ही शहर की घेराबंदी के तहत भयानक परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं.”
सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) और आरएसएफ के बीच 10 मई से एल फशर में लड़ाई चल रही है. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, शहर में अबू शौक सहित विस्थापित व्यक्तियों के लिए तीन शिविर हैं, जिसमें लगभग 1.5 मिलियन लोग रहते हैं, जिनमें से 800,000 आंतरिक रूप से विस्थापित हैं.
15 अप्रैल, 2023 से सूडान एसएएफ और आरएसएफ के बीच संघर्ष में फंसा हुआ है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, जारी हिंसा ने अनुमानित 20,000 लोगों की जान ले ली है और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं.
इससे पहले एल फशर में ही आरएसएफ के एक हमले में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 95 अन्य घायल हो गए.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक इब्राहिम खातिर ने के मुताबिक “आरएसएफ की गोलाबारी का लक्ष्य एल फशर के दक्षिण में स्थित सूक अल-मवाशी बाजार था, जहां लोगों की भीड़ थी.”
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