पैरालंपिक पदक विजेता सुमित अंतिल और निषाद कुमार सम्मानित

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर . एडिडास इंडिया ने भारत के पैरालंपिक हीरो सुमित अंतिल और निषाद कुमार की विजयी वापसी का जश्न मनाने के लिए एक शानदार आयोजन किया. यह कार्यक्रम भारत में सभी स्तरों पर खेलों के विकास का समर्थन करने के एडिडास के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है, जिसमें भविष्य के एथलीटों को विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है.

इस सम्मान समारोह के दौरान युवा पैरा-एथलीटों को पैरालंपिक पदक विजेताओं के साथ बातचीत का मौका भी मिला. एडिडास इंडिया के जीएम नीलेंद्र सिंह ने भी एक आकर्षक सत्र का नेतृत्व किया, जिसमें एथलीटों ने पेरिस पैरालंपिक 2024 से अपनी व्यक्तिगत यात्रा, चुनौतियों और सफलताओं को साझा किया. इसके अलावा, विश्व स्तरीय प्रशिक्षण सहायता और नई तकनीकों के माध्यम से एथलीटों को सशक्त बनाने के एडिडास के प्रयासों की सराहना की.

एडिडास के जीएम नीलेंद्र सिंह ने कहा, “हम एडिडास में हमेशा से एथलीटों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए सशक्त बनाने में विश्वास करते हैं. पैरालंपिक 2024 में उनके असाधारण प्रदर्शन के बाद सुमित अंतिल और निषाद कुमार का घर में स्वागत करना गर्व की बात है. यह उनका अथक समर्पण ही है जिसने उन्हें दबाव से उबरने और यह मेडल घर लाने में मदद की है. हमें इस यात्रा में उनके साथ जुड़ने पर गर्व है और उम्मीद है कि वे दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित करते रहेंगे.”

पैरालंपिक में दो बार स्वर्ण पदक जीतने वाले सुमित अंतिल ने उत्साह साझा करते हुए कहा, “भारत के लिए इतने प्रतिष्ठित स्तर पर स्वर्ण पदक जीतना एक सपने के सच होने जैसा है. यह यात्रा आसान नहीं रही, लेकिन एडिडास का मुझ पर विश्वास करना और मुझे सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण उपकरण प्रदान करना मेरे लिए खुशी की बात है. यह मेरे परिवार, दोस्तों, कोच और खेल के प्रति प्यार का विश्वास है जिसने मुझे अपने खेल पर विश्वास करने और दबाव से उबरने में मदद की.”

पैरालंपिक में दो बार रजत पदक जीतने वाले निषाद कुमार ने भी कहा, “पैरालंपिक 2024 में भारत के लिए पदक जीतना मेरे अथक प्रयास और मुझे मिले अविश्वसनीय समर्थन का प्रमाण है. एडिडास ने मेरी क्षमता पर विश्वास किया, मेरी जरूरतों को समझा और मुझे ऐसे उपकरण मुहैया कराए जिससे मेरा प्रदर्शन बेहतर हुआ. जब भी मैं मैदान पर उतरता, मैं खुद को सशक्त और अजेय महसूस करता क्योंकि उन्होंने मुझे वाकई यह विश्वास दिलाया कि ‘तुम यह कर सकते हो.’

एएमजे/एकेजे