पटना, 28 अक्टूबर . पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिली है. इसके बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा घेरा बढ़ाने की मांग की है. पप्पू यादव ने इस संबंध में केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखकर अपने लिए ‘वाई श्रेणी’ की सुरक्षा बढ़ाकर ‘जेड श्रेणी’ करने की मांग की है. पूर्णिया के सांसद ने इसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी की है.
पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने लिखा कि मैं अपने जीवनकाल में एक बार बिहार विधान सदस्य तथा 6 बार संसद सदस्य (लोकसभा) के रूप में निर्वाचित हुआ हूं. इस दौरान मुझ पर तथा मेरे परिवार के सदस्यों पर हमला हुआ है. कई बार नेपाल के माओवादी संगठन सहित कई जातिवादी अपराधियों ने जानलेवा हमला किया है. मैं ऊपर वाले के कृपा से बचता रहा.
उन्होंने आगे लिखा कि नेपाल के उग्रवादी संगठन माओवादी ने जब मेरे मोबाइल पर धमकी दी थी. केंद्रीय गृह विभाग द्वारा मुझे 2015 में वाई प्लस (थ्रेट) सुरक्षा घेरा में रखा गया था. साल 2019 में मेरे सुरक्षा घेरा को घटाकर वाई श्रेणी की सुरक्षा घेरा में मुझे रखा गया है. मेरा सुरक्षा घेरे में कमी का फायदा उठाते हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कई हत्या के शातिर अपराधी ने अपने फेसबुक पर लाइव होकर मुझे भद्दी-भद्दी गालियां दीं. इतना ही नहीं, घर में घुसकर मुझे जान से मारने की धमकी भी दी गई. उसके खिलाफ मैंने आपको लिखित जानकारी दी थी.
इसकी जानकारी मैंने बिहार के मुख्यमंत्री समेत गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक को भी दी थी. मेरा दुर्भाग्य यह है कि किसी ने आज तक इसकी सुध नहीं ली. आज जब लॉरेंस बिश्नोई गैंग लगातार देश में घटना पर घटना कर रहा है. मैंने एक राजनीतिक व्यक्ति होने के कारण घटना का विरोध किया.
‘विरोध करने पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के प्रमुख ने मुझे जान मारने की धमकी मेरे मोबाइल पर दी है. जिसकी कॉपी मैं सहज उपलब्धता के लिए संलग्न कर रहा हूं. इतनी बड़ी जानलेवा धमकी देने के बावजूद मेरी सुरक्षा के प्रति बिहार के गृह मंत्रालय एवं केंद्रीय गृह मंत्रालय मेरे सुरक्षा के प्रति निष्क्रिय दिख रहा है. लगता है, मेरी हत्या के बाद ही लोकसभा एवं विधानसभा में शोक संवेदना जताने के लिए ही सक्रिय होगें.
उन्होंने अनुरोध किया कि समय रहते मेरी सुरक्षा घेरा को ‘वाई श्रेणी’ से बढ़ाकर ‘जेड श्रेणी’ सुरक्षा घेरा किया जाए. साथ ही बिहार के सभी जिलों में पुलिस एस्कॉट समेत कार्यक्रम स्थल पर अतिरिक्त सुरक्षा की सख्त व्यवस्था की जाए. यदि ऐसा नहीं किया गया तो मेरी हत्या कभी भी हो जाएगी. इसकी जिम्मेदारी केंद्र और बिहार सरकार की होगी.
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