पंचमहल, 24 अगस्त . केंद्र सरकार किसानों को सशक्त और समृद्ध बनाने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है. इन्हीं में से एक पीएम कुसुम योजना है. इस योजना का लाभ लेकर किसान उन्नत खेती कर रहे हैं. गुजरात के पंचमहल के किसान भाविक पटेल को योजना से काफी लाभ मिला है.
भारत के विभिन्न राज्यों में सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई प्रणालियों के अपनाने से किसानों को न केवल सिंचाई में सुविधा मिली है, बल्कि उनकी आय में भी वृद्धि हुई है. सरकारी योजनाओं और सब्सिडी के माध्यम से सोलर पंप की स्थापना से किसानों को डीजल और बिजली की लागत से मुक्ति मिली है.
गुजरात के पंचमहल के किसान भाविक पटेल ने से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने आठ साल पहले सोलर पंप लगाया था. पहले उन्हें दूसरे के कुएं से पानी लाना पड़ता था. खेतों में पाइप लाइन से पानी पहुंचता था. इस दौरान कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता था. सोलर पंप लगाने के बाद बहुत सहूलियत मिली और खेतों तक पानी पहुंचाने में दिक्कत नहीं होती है.
उन्होंने बताया कि पहले जब पंप नहीं था तो रात के समय में सिंचाई करने में परेशानी होती थी. समय पर फसलों को पानी मिलने से खेती अच्छी हो रही है. सोलर होने से बिजली के खर्चे से भी बचत हो जाती है.
किसान भाविक पटेल ने किसानों से इस योजना का लाभ लेने के लिए अपील की है.
गुजरात में अब तक लाखों की संख्या में सोलर पंप स्थापित किए जा चुके हैं. सिंचाई की सुविधा में सुधार हुआ है.
बता दें कि सरकार ने मार्च 2019 में पीएम-कुसुम योजना शुरू की. इसका उद्देश्य किसानों को ऊर्जा और जल सुरक्षा प्रदान करना, उनकी आय बढ़ाना, कृषि क्षेत्र को डीजल मुक्त करना और पर्यावरण प्रदूषण को कम करना है.
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एएसएच/एबीएम