मुजफ्फरपुर, 18 जून . बिहार के मुजफ्फरपुर में संयुक्त वाम दलों ने भाकपा माले के जिला कार्यालय से फिलिस्तीन और ईरान के समर्थन में एकजुटता मार्च निकाला. यह मार्च हरिसभा चौक से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरा.
मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं ने “फिलिस्तीन-ईरान में जनसंहार बंद करो”, “अमेरिका और इजरायल युद्ध से बाहर आओ”, “फिलिस्तीन को आजाद करो”, “ईरान को न्याय दो” और “India Government इजरायल के साथ सैन्य और सुरक्षा सहयोग तुरंत समाप्त करो” जैसे नारे लगाए.
मार्च का नेतृत्व भाकपा माले के नगर सचिव सूरज कुमार सिंह ने किया, जिसमें विभिन्न वाम दलों के नेता और कार्यकर्ता शामिल थे.
सूरज कुमार सिंह ने मार्च के दौरान कहा, “आज हम एक ऐसे दौर में खड़े हैं, जब दुनिया को शांति और समझदारी की सबसे ज्यादा जरूरत है. लेकिन इजरायल और अमेरिका की सैन्य कार्रवाइयां, खासकर फिलिस्तीन और ईरान जैसे देशों पर, मानवता के जख्मों को और गहरा कर रही हैं. बम और गोलियों से न तो न्याय मिलता है, न शांति आती है. इससे सिर्फ लाशें गिरती हैं, बच्चे अनाथ होते हैं और शहर मलबे में तब्दील हो जाते हैं.”
उन्होंने इजराइल और अमेरिका की कार्रवाइयों को विश्व शांति के लिए खतरा बताया और India Government से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की.
वाम नेताओं ने कहा कि फिलिस्तीन और ईरान पर हो रहे हमले एकतरफा हैं और वैश्विक शांति के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं. उन्होंने India Government की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतने बड़े देश की विदेश नीति के लिए यह मौन खतरनाक है.
माकपा के जिला सचिव दिनेश भगत ने कहा, “India जैसे देश को वैश्विक मंच पर शांति की वकालत करनी चाहिए. मोदी Government को अपनी चुप्पी तोड़कर इजरायल के साथ सैन्य और सुरक्षा सहयोग तुरंत खत्म करना चाहिए.”
मार्च में माकपा की महिला नेता नमिता सिंह, कामनी कुमारी, भाकपा जिला सचिव मंडल सदस्य जगदीश प्रसाद गुप्ता, सुनील ठाकुर, माले जिला कमेटी सदस्य फहद जमा, दीपक कुमार, तंजिमे इन्साफ के जिला संयोजक शब्बर हसन, नगर कमेटी सदस्य राजकिशोर प्रसाद, शाहनवाज हुसैन, सफीकुर रहमान, मोहम्मद सैफी, मोहम्मद आरिफ, शंकर राम, मोहम्मद मुन्ना कुरैशी, अजय कुमार सिंह, शंभू शरण ठाकुर, मोहम्मद शफी अंसारी और मुनीम महतो शामिल थे.
यह मार्च वैश्विक स्तर पर फिलिस्तीन और ईरान के प्रति एकजुटता दिखाने और India Government से तटस्थ रुख अपनाने की मांग को लेकर आयोजित किया गया. कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि India को शांति और न्याय के पक्ष में खड़ा होना चाहिए.
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एकेएस/एएस